पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर देर रात चली खूब गोलियां, युद्ध जैसे हालात, कई लोगों की मौत की आशंका

 पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर देर रात चली खूब गोलियां, युद्ध जैसे हालात, कई लोगों की मौत की आशंका

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

तालिबान: तालिबानी कब्जे वाले अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बीती रात को भारी गोलीबारी हुई. अफगानिस्तान के खामा प्रेस ने बताया कि बुधवार शाम को करीब 7 बजे से ही गोलीबारी शुरु हुई और देर रात तक जारी रही. यह गोलीबारी खोस्त प्रांत के जाजी मैदान जिले में काल्पनिक डूरंड रेखा पर हुई है. इस दौरान दोनों तरफ से भारी हथियारों के इस्तेमाल की भी खबर है. स्थानीय सूत्रों ने बताया कि अफगानी सैनिक सीमावर्ती इलाकों में नई चौकियों को निर्माण कर रहे हैं, जिसकी वजह से यह झड़प शुरू हुई. दोनों देशों के बीच सीमा का विवाद लंबे समय से चला आ रहा है.

 

खामा प्रेस ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि डूरंड लाइन के पास अफगान सैनिक पिछले तीन दिनों से चौकियों का निर्माण कर रहे हैं. दूसरी तरफ महाज न्यूज ने स्थानीय और अफगान सूत्रों के हवाले से बताया कि देर रात तक गोलीबारी बंद हो गई है. पाकिस्तान साइड के स्थानीय लोगों ने दोनों तरफ के कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है. फिलहाल, कितने लोगों की मौत हुई है, इसका आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है.

 

अफगानिस्तान डूरंड को नहीं मानता सीमा

दरअसल, पाकिस्तान और अफगानिस्तान को एक काल्पनिक डूरंड रेखा अलग करती है, लेकिन अफगानिस्तान की किसी भी सरकार ने इस रेखा को वास्तविक सीमा की मान्यता नहीं दी. इसी वजह से दोनों देशों के बीच सीमा विवाद अक्सर बना रहता है. साल 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान को उम्मीद थी कि सीमा विवाद खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

 

तालिबानी सरकार में सीमा विवाद बढ़ा

सत्ता में आने के बाद तालिबान ने सीमा विवाद को लेकर न सिर्फ पूर्ववर्ती रुख अपनाया बल्कि सीमावर्ती इलाकों पर अपना दावा ठोकने लगा. माना ये जा रहा है कि सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा चौकियों का निर्माण करना उसके इसी दावे का विस्तार है. तालिबानी बलों ने पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर बाड़ लगाने का भी विरोध किया है, इसको लेकर दोनों देशों के बीच कई बार झड़पें हो चुकी हैं.