CGPSC की परीक्षा पास करवाकर नौकरी लगवाने के नाम पर 40 लाख की ठगी

रिपोर्टर आसिफ खान, वीरेन्द्र चौधरी की रिपोर्ट भिलाई दुर्ग से,

भिलाई- सीजी पीएससी की परीक्षा पास करवाने के बाद अधिकारी वर्ग की नौकरी लगवाने के नाम पर 40 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ पद्मनाभपुर पुलिस ने धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी की है। आरोपित पूर्व में चौहान ग्रीन वैली में किराये पर रहता था और उसका मूल निवासी अंबिकापुर में है।

आरोपित ने दावा किया था उसकी सीजी पीएससी के उच्च अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है, जिससे वो परीक्षा में उत्तीर्ण करवाने के साथ ही नौकरी भी लगवा देगा। आरोपित के झांसे में आकर पीड़ित ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर 40 लाख रुपये आरोपित को दिए।

रुपये देने के बाद भी जब पीड़ित की नौकरी नहीं लगी तो उसने आरोपित से इस बारे में बात की। आरोपित ने पूरे रुपये वापस लौटाने का आश्वासन दिया और पांच लाख रुपये का एक चेक भी दिया। आश्वासन देने के कुछ दिन बाद ही आरोपित भिलाई छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है।

पुलिस ने बताया कि जेल लाइन दुर्ग निवासी शिकायतकर्ता तारकेश्वर साहू की शिकायत पर आरोपित विकास ठाकुर के खिलाफ प्राथमिकी की गई है। आरोपित विकास ठाकुर, रिंग रोड शिव मंदिर के पास गंगापुर खुर्द श्मशान घाट रोड अंबिकापुर जिला सरगुजा का रहने वाला है।

पीड़ित और आरोपित की पुरानी जान पहचान थी और उनके बीच दोस्ती भी थी। इसके कारण वे दोनों एक दूसरे के घर आना-जाना करते थे। आरोपित ने एक दिन पीड़ित के घर जाकर कहा कि उसकी सीजी पीएसपी के अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। इसके बल पर उसने कई लोगों की नौकरी लगवाने की बात बताते हुए किसी की भी नौकरी लगवाने का दावा किया था।
पैसा देने के लिए बेची थी अपनी पैतृक जमीन
दिसंबर 2022 में सीजी पीएससी की भर्ती में आरोपित ने पीड़ित से फार्म भरवाया और भरोसा दिलवाया कि वो परीक्षा पास करवाने से लेकर भर्ती की प्रक्रिया पूरी करवाकर देगा। इसके एवज में आरोपित ने 40 लाख रुपये लगने की बात कही। आरोपित की बातों में आकर पीड़ित नकद और अपनी पत्नी के खाता व परिचितों के माध्यम से अलग अलग किस्तों में कुल 40 लाख रुपये आरोपित को दिए थे। रुपये देने के लिए आरोपित ने अपने ग्राम तिवरैया धरसीवा जिला रायपुर की पैतृक जमीन भी बेच दी।
आरोपित ने पीड़ित को दिया था पांच लाख रुपये का चेक
रुपये लेते समय आरोपित ने आश्वासन दिया था कि नौकरी न लगने की स्थिति में पूरे रुपये वापस हो जाएंगे। सीजी पीएससी की परीक्षा में पीड़ित की नौकरी न लगने पर उसने आरोपित से संपर्क किया तो पहले तो आरोपित ने काफी घुमाया और उसके बाद उसने नौ अक्टूबर 2023 को पीड़ित को पांच लाख रुपये का एक चेक दिया और भरोसा दिलाया कि धीरे-धीरे वो पूरी रकम वापस लौटा देगा।
अपने सामान के साथ आरोपित भिलाई से हो गया है फरार
इसके बाद आरोपित ने अपनी मां की तबीयत खराब होने की बात कही और अंबिकापुर चला गया। वहां जाने के बाद आरोपित ने पीड़ित का फोन उठाना बंद कर दिया। पीड़ित ने उसके चेक को बैंक में लगाया तो वो चेक भी बाउंस हो गया। पीड़ित ने आरोपित के भिलाई स्थित घर में जाकर पता किया तो पता चला कि आरोपित अपना पूरा सामान लेकर यहां से फरार हो चुका है। इसके बाद पीड़ित ने पद्मनाभपुर थाना में इसकी शिकायत की। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी की है।