पुष्पा-2 मूवी देखते हुए मिला शिक्षकों पर हमला करने वाला छात्र, नशे का है आदी
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
शिक्षक पर हमला करने वाला किशोर टॉकीज से पकड़ा गया
हमले में एक शिक्षक गंभीर रूप से हो गए थे घायल, दूसरे सामान्य
विशेषज्ञों ने दी स्कूलों में असामान्य व्यवहार पर निगरानी की सलाह
धमतरी: सर्वोदय स्कूल के दो शिक्षकों पर हमला करने वाले आरोपित किशोर को पुलिस ने देर शाम गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय वह शहर के एक टॉकीज में बैठकर फिल्म पुष्पा-2 देख रहा था। बताया गया कि हमला करने के बाद आरोपित अपने मोहल्ले में भी गया था।
हमले में रक्तरंजित स्कूल यूनिफार्म को लपेटकर एक परिचित की दुकान में रखवा दिया था। दिनभर में वह कई लोगों से मिला, लेकिन कहीं रुका नहीं। इस बीच शहर में इस हमले की सूचना फैल गई। आरोपित को पुलिस लगातार ढूंढ रही थी, लेकिन यह अपनी लोकेशन लगातार बदल रहा था। शाम को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने उसे टाकीज से दबोच लिया।
नशे का आदी है लड़का
पुलिस के अनुसार, लड़का नशे का आदी है। संभव है कि घटना के समय वह नशे में रहा हो। इधर, इस घटना के बाद एएसपी नेहा पवार ने शुक्रवार को शहर के स्कूलों के प्राचार्यों की बैठक लेकर छात्रों के असामान्य व्यवहार की अनदेखी न करने की सलाह दी है।
स्कूलों में शिकायत पेटी रखने की सलाह
उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिकायत पेटी रखी जानी चाहिए। इसके अलावा पालक समिति की बैठक में ऐसे विषयों पर भी चर्चा की जाए। किसी भी तरह की शिकायत आने पर प्राचार्य, शिक्षक उनसे अथवा कोतवाली थाना व कंट्रोल रूम में सीधे संपर्क कर सकते हैं।
दो शिक्षकों पर किया था हमला, एक गंभीर
ज्ञात हो कि सर्वोदय स्कूल में कक्षा 11वीं के एक छात्र ने स्कूल के एक शिक्षक पर धारदार हथियार से हमला कर दिया था। बीच-बचाव करने आए एक अन्य शिक्षक को उसने घायल कर दिया था। वारदात के बाद आरोपित छात्र फरार हो गया था। इधर, घायल शिक्षकों में एक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है जबकि दूसरे शिक्षक को सामान्य चोट पहुंची है। इधर, घटना के बाद पुलिस ने आरोपित को पकड़ने के लिए अपना पूरा नेटवर्क लगा दिया। अंतत: देर शाम वह फिल्म देखते हुए पकड़ लिया गया।
शिक्षकों के सामने हैं कई प्रकार की चुनौतियां
देमार स्कूल के प्राचार्य देवनाथ साहू ने कहा कि स्कूलों की भी सतत मानीटरिंग की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगा सके। समय-समय पर पुलिस द्वारा निरीक्षण करने से कुछ राहत मिलेगी।
आज के बदले हुए समय में शिक्षकों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं। ऐसे में पालकों को भी जागरूक होना पड़ेगा। वहीं, बिरेतरा स्कूल के प्राचार्य गेवाराम नेताम ने कहा कि शक्ति टीम द्वारा स्कूलों का नियमित निरीक्षण किया जाए।
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
छात्रों के असामान्य व्यवहार पर कड़ी दृष्टि रखने की आवश्यकता है। समय-समय पर छात्रों की काउंसिलिंग भी होनी चाहिए। पालकों को भी अपने बच्चों को लेकर सजग होना पड़ेगा।
गजानंद साहू, मनोवैज्ञानिक