ईडी का डर दिखाकर रिटायर्ड अधिकारी से 54 लाख की ठगी, तीन गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बिलासपुर। रेंज साइबर थाना पुलिस की टीम ने अज्ञेय नगर में रहने वाले अधिकारी को ईडी का डर दिखाकर 54 लाख की धोखाधड़ी करने वाले तीन युवकों को राजस्थान और हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपित के मोबाइल को जब्त कर जांच की जा रही है। इससे और भी धोखाधड़ी के मामले सामने आने की आशंका है।
सीएसपी निमितेष सिंह ने बताया कि सिविल लाइन क्षेत्र के अज्ञेय नगर में रहने वाले जयसिंह चंदेल(71) रिटायर्ड अधिकारी हैं। उनके मोबाइल पर 24 जून को अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने रिटायर्ड अधिकारी को अपने मोबाइल से पोर्न वीडियो अपलोड करने की बात कही। साथ ही एक एफआइआर की कापी भेजी। इसमें दर्ज मोबाइल नंबर रिटायर्ड अधिकारी का नहीं था। इस पर जालसाजों ने उनके आधार कार्ड नंबर भी बताया। रिटायर्ड अधिकारी ने इस मामले में शामिल नहीं होने की बात कही। इस पर जालसाजों ने उन्हें मामले की जांच मुंबई पुलिस और ईडी द्वारा करने की बात कही। उन्होंने मामले से नाम हटाने के लिए रिटायर्ड अधिकारी से रुपये मांगे। जालसाजों की धमकियों से डरे अधिकारी ने जालसाजों की बात में आकर अलग-अलग बैंक खातों में 54 लाख रुपये जमा करा दिए। इसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी अपने बेटे को दी। बेटे से उन्हें धोखाधड़ी की जानकारी हुई। पीड़ित ने मामले की शिकायत रेंज साइबर थाने में की। इस पर पुलिस की टीम ने जांच शुरू कर दी। साइबर सेल की जांच में पता चला कि आरोपित राजस्थान और हरियाणा के रहने वाले हैं। इस पर पुलिस की टीम को राजस्थान और हरियाणा रवाना किया गया। जवानों ने मामले में शामिल विजय(29) निवासी ढ़ाणी शेरावाली थाना ऐलनाबाद जिला सिरसा हरियाणा, अमित जालप(23) निवासी शादुलशहर जिला श्रीगंगानगर राजस्थान और निखिल सैनी(18) निवासी सरस्वती नगर श्रीगंगानगर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने अलग-अलग लोगों के नाम पर लिए मोबाइल नंबर और उनके खातों का उपयोग करना बताया। आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।
लगातार बदल रहे थे ठिकाना
पकड़े गए आरोपित शातिर किस्म के हैं। उन्होंने पुलिस से बचने के लिए दूसरे लोगों के नाम पर मोबाइल सिम लिया था। इसके अलावा उन्होंने ठगी की रकम को दूसरों के बैंक खातों में मंगाया था, जिसका एटीएम उनके पास था। इसके माध्यम से उन्होंने ठगी की रकम निकालकर खर्च कर दी थी। इसके अलावा आरोपित पुलिस से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। इधर पुलिस की टीम साइबर सेल के सहारे आरोपित पर नजर रखे हुए थी। आरोपित की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ठगी की रकम को जब्त करने आरोपित के बैंक डिटेल की जानकारी जुटा रही है।