इंटरनेट मीडिया एप बना सेक्सटार्शन का टूल, आइडी से नंबर निकाल कर रहे वीडियो काल
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बिलासपुर में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं।
बिलासपुर। इंटरनेट मीडिया के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराधी भी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने में जुटे हुए हैं। ठगी के तरीकों में एक तरीका है सेक्सटार्शन का। युवा व बुजुर्ग लोगों को साइबर ठग युवती का फोटो या वीडियो दिखाकर आकर्षित करते हैं। इस दौरान उनकी आपत्तिजनक फोटो या वीडियो बनाकर सेक्सटार्शन के लिए फोन कर रुपये की डिमांड करते हैं। बिलासपुर में ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस ने अब तक दो दर्ज एफआइआर में आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
शातिर ठग इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म को साइबर ठगी के लिए टूल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया आइडी से प्रोफाइल फोटो व मोबाइल नंबर निकालकर लोगों को वीडियो काल कर रहे हैं। साइबर ठग महिलाएं या युवतियों की फोटो या वीडियो को दिखाकर चैटिंग करते हैं। चैटिंग के दौरान युवती या महिलाएं आपत्तिजनक बातें करते करते आपत्तिजनक स्थिति में पहुंच जाती है और सामने वालों को भी ऐसा करने को प्रेरित करती है। फिर उस स्थिति का वीडियो बनाकर साइबर ठग सेक्सटार्शन की मांग करने लगते हैं। रुपये नहीं देने पर वीडियों को इंटरनेट के माध्यम से यूट्यूब व अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म में अपलोड करने की धमकी भी देते हैं। हाल फिलहाल में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। मामले में अधिकांश पीड़ि़त बदनामी के डर से पुलिस के पास नहीं पहुंचते। पुलिस अधिकारियों की मानें तो ऐसे किसी भी अपराध का शिकार होने पर थाने में पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं, पुलिस आपकी हरसंभव मदद करेगी।
सेक्सटॉर्शन के मामले, जिनमें हुआ था अपराध दर्ज
केस नं. 1..
कोनी थाना क्षेत्र निवासी रिटायर्ड तहसीलदार का आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करने की धमकी देकर ठगों ने 10 लाख रुपये सेक्सटार्शन के वसूल किए। जांच के दौरान कोनी पुलिस व साइबर सेल की टीम ने राजस्थान से तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया था। पीड़ित के पास आठ मार्च 2024 को मोबाइल पर अनजान नंबर से काल आया था।
केस नं. 2
सरकंडा क्षेत्र निवासी किसान से युवती ने इंटरनेट मीडिया एप में दोस्ती की और फिर उसे वीडियो काल कर आपत्तिजनक हालत में ले गई। किसान से युवती ने पांच लाख 50 हजार का सेक्सटार्शन वसूल किया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस मामले में जांच कर रही है।
केस नं. 3
सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी की इंटरनेट मीडिया एप में दोस्ती और फिर एक दिन उसके बाद अनजान नम्बर से वीडियों काल आया। वीडियो काल उसी युवती का था, जिससे युवक चैटिंग करता था। वीडियो बनाकर पहले युवती ने सेक्सटॉर्शन के लिए धमकाया और फिर क्राइम ब्रांच और यूट्यूब अधिकारी बनकर उसके सहयोगी फोन कर रुपये की मांग करने लगे। पीड़ित ने थाने में शिकायत की।
साइबर ठग बन जाते हैं क्राइम ब्रांच व यूट्यूब अधिकारी
सेक्सट्रार्शन के शिकार पीड़ितों के पास साइबर ठग क्राइम ब्रांच अधिकारी व यूट्यूब अधिकारी बनकर भी काल करते हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारी बने ठग ही यूट्यूब अधिकारियों का नंबर देकर फोटो व वीडियो को अपलोड होने से रोकने की सलाह भी देते हैं। इससे पीड़ित भी उनके झांसे में आ जाते हैं।
बचने के लिए करें यह उपाय
सेक्सोट्राशन या अन्य साइबर अपराध से बचने के लिए सबसे पहले अपनी इंटरनेट मीडिया प्राइवेसी सेटिंग्स को चेक करें, सेटिंग में जाकर एंड टू एंड टूल का इस्तेमाल करें। अपनी फोटो व मोबाइल नंबर को प्राइवेसी के तहत छिपाकर रखें। हो सके तो अपनी निजी जानकारी केवल आपके परिचित लोगों तक ही सीमित रखें। साथ ही, किसी भी अनजान व्यक्ति का न तो वीडियो काल रिसीव करें और न चैटिंग करें।
वर्जन…
किसी भी अनजान नंबर से वीडियो काल आने पर उसे इग्नोर करें। अगर किसी कारणवश पीड़ित सेक्सटार्शन का शिकार हो गया है तो वह आरोपितों से किसी प्रकार का लेनदेन न करें। तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दें। खास बात यह कि कभी भी पुलिस ऐसे किसी मामले में रुपये की डिमांड नहीं करती है। अगर पुलिस के नाम पर कोई रुपये की मांग कर रहा है तो वह ठग है।
उमेश कुमार कश्यप, एएसपी