अमित शाह ने कराई हिंसा, बगैर सबूत दिए कनाडा सरकार ने लगाए बड़े आरोप

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
पीएम ट्रूडो ने भी खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत सरकार से जोड़ने की कोशिश की थी। हालांकि, तब भी उन्होंने इसे जुड़े कोई सबूत पेश नहीं किए थे। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने स्वीकार किया था कि आरोप लगाते समय उनके पास सिर्फ खुफिया जानकारी थी, लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं थे
नई दिल्ली।कनाडा और भारत के रिश्ते और तल्ख होने के आसार हैं। अब खबर है कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने भारतीय गृहमंत्री अमित शाह पर हिंसा कराने के आरोप लगाए हैं। हालांकि, इसके लिए कोई सबूत नहीं दिए गए। फिलहाल, इसे लेकर भारत की तरफ से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे पहले कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को एक मामले की जांच में पर्सन ऑफ इंटरेस्ट बताया था। भारत ने कनाडा के आरोपों का खंडन किया था।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को कनाडा सरकार ने आरोप लगाए हैं कि कनाडा में सिख अलगाववादियों को निशाना बनाने में शाह का हाथ है। रिपोर्ट के अनुसार, सबसे पहले वॉशिंगटन पोस्ट अखबार ने बताया था कि कनाडा के अधिकारियों के आरोप हैं कि सिख अलगाववादियों के खिलाफ हिंसा में शाह शामिल हैं।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने संसदीय पैनल को बताया कि उन्होंने पोस्ट को जानकारी दी थी कि साजिशों के पीछे शाह का हाथ था। मॉरिसन ने कमेटी से कहा, ‘पत्रकार ने मुझसे पूछा कि क्या वह यानी शाह वही व्यक्ति हैं, तो मैंने पुष्टि की था कि हां वही वह शख्स हैं।’ खास बात है कि इस बार भी उन्होंने कोई जानकारी या सबूत साझा नहीं किए।
ट्रूडो ने भी लगाए थे आरोप
बीते साल कनाडा के पीएम ट्रूडो ने भी खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तार भारत सरकार से जोड़ने की कोशिश की थी। हालांकि, तब भी उन्होंने इसे जुड़े कोई सबूत पेश नहीं किए थे। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने स्वीकार किया था कि आरोप लगाते समय उनके पास सिर्फ खुफिया जानकारी थी, लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं थे।
संजय वर्मा को पर्सन ऑफ इंटरेस्ट बनाए जाने के बाद भारत ने कनाडा के खिलाफ ऐक्शन लिया और 6 राजनयिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। साथ ही कनाडा से अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया था।