छत्तीसगढ़ के प्रयाग में इस तारीख से शुरू होगा राजिम कुंभ, हरिद्वार, अयोध्या, काशी से पहुंचेंगे साधु-संत
– राजिम कुंभ कल्प 2024 की तैयारियां जोरों पर।
– साधु-संतों के लिए तैयार होने लगे पंडाल।
– दिल्ली-मुंबई के कलाकर भी देंगे प्रस्तुति।
रायपुर। : छत्तीसगढ़ के प्रयाग राजिम में त्रिवेणी संगम पर राजिम कुंभ कल्प के भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ 24 फरवरी से शुरू होगा, जो आठ मार्च तक चलेगा। इसमें हरिद्वार, अयोध्या, काशी, मथुरा, चित्रकुट, मध्यप्रदेश समेत देश के विभिन्न स्थानों से साधु-संत, पीठाधीश्वर, मठाधीश, महात्मा, शंकराचार्य पहुंचेंगे।
राजिम कुंभ में आने के लिए महामंडलेश्वर विशेकानंद महाराज, महामंडेलश्वर शिवस्वरूपा नंद महाराज, महंत ज्ञान स्वरूपानंद महाराज, सतपाल महाराज, हरिद्वार के डा चिन्मयानंद महाराज, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री, सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा सहमति जता चुके हैं।
दो हजार से अधिक साधु-संतों के जुटने की संभावना
कुंभ में देशभर के दो हजार से अधिक साधु-संतों के जुटने की संभावना है, जिनमें संपर्क कर आमंत्रण पत्र भेजा जाना शुरू हो चुका है। साधु-संतों के लिए पंडाल तैयार होने लगे हैं। राजिम कुंभ कल्प में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के साथ स्थानीय के साथ दिल्ली-मुंबई के कलाकर भी प्रस्तुति देंगे।
कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए एक अलग मंच बनाया जाएगा, जिसमें सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कार्यक्रम चलेगा। कलाकारों से संपर्क करने में अधिकारी जुटे हैं। धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजिम कुंभ कल्प के लिए प्रदेशवासियों को आमंत्रित किया है।
जनकपुरी महाराज ने स्थल का किया निरीक्षण
आयोजन के दौरान तीन पुण्य स्नान 24 फरवरी माघ पूर्णिमा, चार मार्च माता जानकी जयंती और आठ मार्च महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर होंगे। अधिकारियों का कहना है कि पांच वर्षों बाद राजिम कुंभ की भव्यता फिर से लौटेगी। पंच दशनाम अखाड़ा के नागा साधु महंत जनकपुरी महाराज स्थल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
सड़कों का मरम्मत कार्य शुरू
धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर राजिम के आसपास की सभी सड़कों की मरम्मत का कार्य तेज कर दिया गया है। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को लाइटिंग, ट्रांसफार्मर, जनरेटर, सजावट, पुल-पुलिया में रोशनी आदि की व्यवस्था, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ आयोजन स्थल पर करीब 300 शौचालय बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
100 बसें, दाल-भात केंद्र भी
लोगों को सुविधा उपलब्ध कराने के उददेश्य से राजिम की ओर सभी दिशाओं से करीब 100 बसें अलग-अलग समय में रात दो बजे तक चलाई जाएंगी। सुरक्षा के मददेनजर बसों में एक-एक सुरक्षा गार्ड तैनात रहेंगे। खाद्य विभाग की ओर से 100 से अधिक दाल भात केंद्र संचालित होंगे। आयोजन स्थल पर 24 घंटे चिकित्सा व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी।
राजिम कुंभ कल्प के प्रभारी अधिकारी गिरीश विस्सा ने कहा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री के निर्देश के बाद देशभर के साधु-संतों से संपर्क करके आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मुंबई और दिल्ली के कलाकारों से भी संपर्क किया जा रहा है।