जमीन विवादक के चलते की पत्रकार के मां, पिता और भाई की हत्या,
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार
जगन्नाथपुर में पत्रकार हैं संतोष टोप्पो।
उनके परिवार के तीन सदस्यों की हत्या।
एक व्यक्ति अपनी जान बचाकर भागा।
प्रतापपुर। छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के एक और पत्रकार के परिवार पर हमला कर तीन लोगों को मारने की वारदात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिला के जगन्नाथपुर में शुक्रवार दोपहर विवादित जमीन में खेती करने की बात को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया।
एक पक्ष के ऊपर दूसरे पक्ष के एक दर्जन से भी अधिक लोगों ने टांगी व डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले में मां, बेटे ने मौके पर दम तोड़ दिया। पिता की मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर मौत हो गई। हमले में मारे गए तीनों लोग जगन्नाथपुर के पत्रकार संतोष टोप्पो के माता, पिता और भाई थे।
घटना में शामिल दूसरे पक्ष के कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बाकी फरार बताए जा रहे हैं। तीन लोगों की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है।
एक ही परिवार के दो पक्षों की जमीन
प्रतापपुर थाना अंतर्गत जगन्नाथपुर के डुबकापारा में एसईसीएल की कोयला खदान के सामने एक ही परिवार के दो पक्षों की संयुक्त खाते की जमीन है। जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों पक्षों में लंबे समय से विवाद चल रहा था। दूसरे पक्ष ने पहले पक्ष को विवादित जमीन पर खेती करने से मना कर रखा था।
विवादित जमीन पर खेती को लेकर हुआ बवाल
इसी बीच शुक्रवार की दोपहर लगभग एक बजे पहले पक्ष के चार लोग विवादित जमीन में खेती से संबंधित कार्य करने पहुंच गए। इस बात की जानकारी जब दूसरे पक्ष को मिली तो वे आक्रोशित हालत में एक दर्जन से भी अधिक की संख्या में एकजुट हो टांगी व डंडे से लैस होकर मौके पर पहुंचे और पहले पक्ष के साथ गाली गलौज करते हुए उन्हें खेती करने से मना करने लगे।
मां और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई
इस पर पहले पक्ष ने जमीन को अपनी बताते हुए विवाद करना शुरू कर दिया। विवाद इतना बढ़ा कि दूसरे पक्ष ने पहले पक्ष के लोगों पर टांगी व डंडों से ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया। टांगी और डंडों के प्रहार से महिला बसंती टोप्पो 53, उसका पुत्र नरेश टोप्पो 29 की मौके पर ही मौत हो गई।
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त हुई मौत
वहीं घटना में गंभीर रूप से घायल पिता माधे टोप्पो 57 को मौके पर दलबल के साथ पहुंचे खड़गवां चौकी प्रभारी योगेन्द्र जायसवाल ने इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा जहां चिकित्सकों ने उसे भी परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया।
एक ने भागकर बचाई अपनी जान
हमले के दौरान पहले पक्ष में शामिल उमेश टोप्पो ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। घटना की जानकारी मिलने पर प्रतापपुर एसडीओपी पुलिस नंदिनी ठाकुर, थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे प्रतापपुर व अंबिकापुर की फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की।
वारदात में एक दर्जन से अधिक संख्या में शामिल लोगों में कुछ को पुलिस ने पकड़ लिया है। बाकी के लोग फरार बताए जा रहे हैं। फरार लोगों की पुलिस टीम द्वारा सरगर्मी से तलाश की जा रही है।