दोस्ती के लिए सुपरवाइजर रची 20 लाख की लूट की झूठी कहानी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
पुलिस ने किया 20 लाख की लूट की झूठी कहानी का राजफाश।
व्यापार में नुकसान और कर्ज चुकाने के लिए रची झूठी कहानी।
गिरफ्तार आरोलियों से 18.54 लाख और 4 मोबाइल फोन जब्त।
रायपुर। राजधानी रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र के कमल विहार में 20 लाख लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। कंपनी के सुपरवाइजर मनोज ध्रुव 32 वर्षीय निवासी फिंगेश्वर गरियाबंद और योगेंद्र कुमार भारती उर्फ बबलू निवासी भनसोज आरंग को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 18 लाख 54 हजार रुपये और चार मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। योगेंद्र को व्यापार में नुकसान और कर्ज चुकाने के लिए दोनों ने लूट की झूठी कहानी रची थी। मनोज ने पूरे पैसे योगेंद्र को दे दिए थे।
मनोज कुमार ध्रुव ने थाना मुजगहन में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह शाश्वत नगर बोरियाखुर्द रायपुर में रहता है। सेक्टर 15 कमल विहार रायपुर में सांई फ्यूल्स एवं इस्कान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्य करता है।
वह रियल स्टेट कंपनी का 20 लाख रुपये घर से 17 अक्टूबर को ऑफिस के सीए अनुज अग्रवाल ने मंगाने पर बैग में भरकर घर से ऑफिस निकला था। वहीं अपनी बाइक से सुबह करीबन 10.15 बजे केपीएस स्कूल और कमल विहार मेन गेट के पास पहुंचा था कि पीछे से एक मोटर साइकल में सवार दो व्यक्ति आकर उसका पैसे से भरा बैग और मोबाइल लूट कर भाग गए।
पुलिस ने रिपोर्ट के बाद मामले की जांच शुरू की। दिनदहाड़े लूट की वारदत पर थाना और क्राइम की टीम पतासाजी में जुट गई। मनोज से पूछताछ करने पर वह बार-बार बयान बदल रहा था। टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था।
पुलिस को शक हुआ तो उसे पुनः घटना स्थल का सीन रिक्रिएट कराया गया और उसके बयान और सीन रि-क्रिएशन में अलग मिला। जिसके आधार पर कड़ाई से पूछताछ की गई। उसने योगेन्द्र कुमार भारती उर्फ बबलू के साथ मिलकर रकम गबन करने की योजना बनाकर लूट की उक्त झूठी घटना को कारित करना स्वीकार किया।
योगेंद्र को पता था कि मनोज के पास रहते हैं पैसे
मनोज और योगेंद्र दोनों ही बेहद करीबी दोस्त हैं। योगेन्द्र ने मनोज को व्यापार में नुकसान होने के कारण पैसे की आवश्यकता होना बताया था। जिस पर आरोपी योगेन्द्र भारती के कहने पर मनोज ने उसकी सहायता करने कंपनी के उसके पास रखे 20 लाख को लूटने की योजना बनाई।
घटना को योजना अनुसार अपने ऑफिस के रकम को अपने घर से दोपहिया बाइक में लेकर निकला और घटना स्थल पास अपने साथी योगेंद्र को बुलाकर पैसे से भरे बैग और उसमें अपना मोबाइल फोन बंद कर दे दिया। इसके बाद लूट की झूठी मनगंढ़त कहानी रच डाली।