दस शिक्षकों की अंक सूची की जांच, चार पर ही हुई कार्रवाई

 दस शिक्षकों की अंक सूची की जांच, चार पर ही हुई कार्रवाई

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

कोरबा जिले में वर्ष 2007 में हुई शिक्षाकर्मी

 

शिक्षाकर्मी वर्ग तीन की भर्ती का है मामला

 

छह पर कार्रवाई नहीं होने पर उठ रहे सवाल

 

कोरबा। फर्जी अंक सूची के आधार पर नौकरी करने की शिकायत पर एक महिला सहित दो प्रधान पाठक के नाम सहित 10 शिक्षकों की सूची बीइओ को भेजी गई थी। मामला कोरबा जिले में वर्ष 2007 में हुई शिक्षाकर्मी वर्ग-3 की भर्ती का है। उसे समय जनपद पंचायत कोरबा के द्वारा भर्ती की गई थी, बाद में सभी शिक्षक शिक्षा विभाग के अधीन किए गए और उनके रिकॉर्ड शिक्षा विभाग में जमा हुए।

 

इस मामले को लेकर शिकायत हुई थी कि कुछ लोगों ने फर्जी अंकसूची के सहारे नौकरी हासिल की है। जब इसकी जांच कराई गई तो वर्ष 2007 में भर्ती के समय जनपद कार्यालय में जमा किए गए अंक सूची और विभागीय सेवा पुस्तिका में मौजूद अंक सूची के प्राप्तांकों में अंतर उजागर हुआ। इस तरह यह बात प्रमाणित हुई की दो अलग-अलग प्राप्तांकों वाले अंक सूची इनके द्वारा जमा कर फर्जीवाड़ा किया गया है।

 

 

इस मामले में पिछले महीने ही कलेक्टर के मार्गदर्शन व जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर कोरबा खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा चार प्रधान पाठकों को निलंबित कर दिया गया।इसके बाद निलंबन की कतार में छह अन्य प्रधान पाठक भी हैं लेकिन आज पर्यंत उनका निलंबन नहीं किया जा सका है।

 

इस बारे में बीईओ संजय अग्रवाल से जानकारी लेने पर कहना था कि सिर्फ चार लोगों के प्राप्तांकों में अंतर पाए गए, इसलिए उन्हें ही निलंबित किया गया है और बाकी लोगों के प्रमाण पत्र सही मिले हैं। यदि कुछ और मामला है तो उसके बारे में जनपद सीईओ बता सकते हैं।