विदेशी कोड वाले नंबर से कॉल आते ही हो जाएं अलर्ट

 विदेशी कोड वाले नंबर से कॉल आते ही हो जाएं अलर्ट

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

इंटरनेट सोशल मीडिया एप बना ठगी का बड़ा प्लेटफार्म

थोड़ी सी सावधानी बरतने से बच सकते हैं बड़ी मुसीबतों से

साइबर के शातिर ठग कर रहे लोगो का बैंक अकाउंट खाली

 

बिलासपुर। वाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया एप के मैसेज बाक्स में विदेशी कोड वाले नम्बर से लुभावने मैसेज भेज लोगों को रातोरात लखपति या करोड़पति बनाने सब्जबाग दिखाया जा रहा है। इन लुभावने मैसेज के झांसे में आकर बड़ी आसानी से लोग अपना अकाउंट खाली करवा रहे हैं। लुभावने मैसेज भेजने वाले शातिर ठगो के मकड़जाल में आसानी से फंस रहे लोगों को पुलिस अधिकारी लगातार समझाइश दे रहे हैं कि, ऐसी कोई स्कीम या योजना नहीं होती जो रातोरात किसी को लखपति या करोड़पति बना दे। पुलिस अधिकारी लुभावने मैसेज के फेर में फंस कर लेन-देन करने से बचें, जब तक यह कम्फर्म न हो जाए कि मैसेज ठगों का नहीं है।

 

 

दूसरे देश में बैठकर की जा रही धोखाधड़ी

 

सोशल मीडिया एप यूजर्स को पाकिस्तान, मलेशिया, केन्या, वियतनाम व इथियोपिया से लोक लुभावने मैसेज जिसमें लोगो को रातो रात लखपति या करोडपति बनाने की भरमार है। मात्र कुछ रुपये का इंवेस्टमेंट करने पर रातोरात लखपति या करोड़पति बनने के झांसे में आकर लोग बड़ी आसानी से अपना अकाउंट खाली भी करा रहे हैं। अकाउंट खाली होने के बाद जब ठगी का अहसास होता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। अधिकांश मामलों में पुलिस की जांच में यह पता चला कि सोशल मीडिया एप व कुछ कंट्री से आने वाले फोन जिनमें पार्ट टाइम नौकरी कर कुछ घंटो में हजारों और फिर लाखों-करोंड़ो रुपये कमाने का झांसा दिया था। इन झांसो में फंस कर लोगो को हजार से लेकर लाखो रुपये गंवा रहे हैं।

वीपीएन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा

 

 

साइबर ठगी के मामले में सर्वाधिक इस्तेमाल वीपीएन वेबसाइट का साइबर ठग कर रहे है। वीपीएन का इस्तेमाल कर साइबर ठग अपना सर्वर व मोबाइल नम्बर जो चाहे बनाकर सोशल मीडिया एप से नम्बर निकाल कर मैसेज करना शुरू कर देते हैं।

 

+92, +84 या +62 नंबर से सावधान रहने की जरूरत

 

पुलिस अधिकारियों की माने तो विदेश से आने वाले नम्बर +92, +84 या +62 से वाट्सएप में अगर फोन या मैसेज के माध्यम से साइबर ठग बड़ी आसानी से ठगी को अंजाम दे रहे हैं। साइबर ठग इन कोड वाले मैसेज के माध्मय से लोगो को विदेश में जाब आफर कर इंवेस्ट कराने का झांसा देकर ठगी को अंजाम दे रहे।

 

 

इंटरनेट मीडिया एप पर आने वाले मैसेज को करें नजर अंदाज

 

साइबर ठग इंटरनेट मीडिया में सक्रिय लोगो की डिटेल खंगाल उनकी निजी जानकारी एकत्र करने में लगे हुए हैं। इंटरनेट मीडिया से मिली जानकारी का इस्तेमाल कर साइबर ठग उन लोगो को पार्ट टाइम जाब का झांसा देकर अपने झांसे में लेते हैं और फिर ठगी को अंजाम दे रहे हैं।

 

13 करोड़ से अधिक की हो चुकी है जिले में ठगी

 

पुलिस विभाग से मिले आकंड़ों की ही माने तो कुछ सालो में लोगों को 12 करोड से अधिक की रकम आन लाइन ठगी के माध्यम से गंवाई है। पुलिस ने हाल फिलहाल साइबर ठगी के कुछ मामलो को सुलझाते हुए साइबर ठगो को गिरफ्तार किया है। इन ठगो के अकाउंट से कुछ रुपये भी होल्ड कराने में पुलिस कामयाब रही है।

 

वर्जन

 

+91 भारत का कोड है, इस कोड के अलावा कोई अन्य कोड से फोन आता है तो उस पर रिस्पांस न दें। अगर कोई रिस्तेदार या परिचित विदेश में रहता है तो ठीक, नहीं तो ऐसे नंबर से आने वाले काल या मैसेज ठगी करने की उद्देश्य से भेजे जाते हैं। साइबर की पाठशाला के तहत पुलिस लगातार लोगों के बीच पहुंचकर जागरूक करने का प्रयास कर रही है।

 

रजनेश सिंह

 

पुलिस अधीक्षक बिलासपुर