40 लाख का कर्ज चुकाने पड़ोसी के दुकान से उड़ाया 50 लाख का सोना, दो आरोपी गिरफ्तार

 40 लाख का कर्ज चुकाने पड़ोसी के दुकान से उड़ाया 50 लाख का सोना, दो आरोपी गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

स्कूटर से 740 ग्राम सोने का बिस्किट निकाले और गाड़ी को सिंधिया नगर में लावारिस छोड़कर भाग गए थे।

 

 

 

 

 

दुर्ग,,,,सुपेला अंसारी बिरीयानी दुकान के सामने से स्कूटी समेत 50 लाख रुपए के सोना चोरी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। आरोपी पड़ोसी दुकान वाला निकाला। जिसने अपने दोस्त के साथ चोरी की साजिश रची थी। स्कूटर से 740 ग्राम सोने का बिस्किट निकाले और गाड़ी को सिंधिया नगर में लावारिस छोड़कर भाग गए थे। पुलिस ने आरोपी नरेश सोनी और आनंद सोनी के कब्जे से 740 ग्राम सोना बरामद किया। दोनों को जेल भेजा गया।

 

 

 

 

एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रें में खुलासा करते हुए बताया कि वैशाली नगर निवासी सागर हिम्मत जरे ने शिकायत की थी। जेबीआर रिफाइनरी उसके मामा की दुकान है। उसी दुकान में काम करता है। वह स्कूटर की डिक्की में करीब 740 ग्राम सोना रखा था और अंसारी बिरीयनी दुकान के सामने खड़ी कर खाना खाया।

थाना प्राभारी मनीष बाजपेयी और एसीसीयू प्रभारी तापेश्वर नेताम की टीम ने खोजबीन शुरु की। इसके बाद सुपेला पुलिस को सिंधिया नगर में लावारिस खड़ी स्कूटर मिली। एसीसीयू की टीम उस स्थान पर पहुंची। सीसीटीवी कैमरा खोजा गया। वहां भी एक फुटेज मिला। उसकी पहचान कराई गई। एक व्यक्ति ने उसे पहचान लिया। टीम ने शिकायतकर्ता की दुकान से लगे दुकान से आरोपी नरेश सोनी को दबोच लिया।

 

डीएसपी हेमप्रकाश नायक ने बताया कि नरेश सोनी ने पूछताछ में बताया कि मार्केट से लिया हुआ 100 ग्राम सोना उसके जेब से कही गिर गया था। उस सोना को जिससे लिया था उस ज्वेर्ल्स को चुका रहा था। 40 लाख रुपए मार्केट में कर्ज हो गया। वह परेशान था। इसीलिए चोरी करने का प्लान बनाया।

उस दिन सागर उसकी दुकान में बैठा और स्कूटर की चाबी भूल गया। उसकी चांबी को नरेश ने रख लिया। इसके बाद चोरी करने अपने दोस्त आनंद के साथ प्लानिंग की। एक महीने से सागर की रैकी करता रहा। 25 जुलाई को उसे मौका सुपेला अंसारी बिरीयानी में मिली। वह खड़ी स्कूटर में चाबी लगाया और वहां से भाग निकला। वायशेप ओवर ब्रीज के नीचे नर्सरी के पास नरेश सोनी और आनंद सोनी ने आपस में सोने के बटवारा कर लिया। गनिमत इतनी थी कि दोनों ने सोना को कई इधर उधर नहीं किया था।