कटघोरा के जंगलों में हुआ तेंदुए का शिकार
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
कोरबा, । कटघोरा वन मंडल के चैतमा रेंज में एक तेंदुए के शिकार करने का मामला सामने आया है। बुधवार को कोरबा जिले के राहा जंगल में तेंदुए का शव मिला है। जांच में पाया गया है कि तेंदुए का नाखून, दांत समेत कई अंग गायब हैं। तेंदुए के शिकार की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया।
अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक शव परीक्षण के अनुसार, जंगली जानवर को जहर देकर मारा गया था।
कटघोरा के प्रभागीय वन अधिकारी कुमार निशांत ने कहा, लगभग सात साल की उम्र के तेंदुए का शव बुधवार को कटघोरा वन प्रभाग के अंतर्गत चैतमा वन क्षेत्र में पाया गया है।
उन्होंने कहा, तेंदुए के चार पंजे, जबड़े और त्वचा का एक हिस्सा गायब पाया गया, जिससे अवैध शिकार की अटकलें शुरू हो गईं है। इलाके की तलाशी के दौरान तेंदुए की कटी हुई पूंछ पास में ही मिली थी। प्रारंभिक शव परीक्षण से पुष्टि हुई कि तेंदुए को जहर देकर मारा गया था।
उन्होंने बताया कि इस बीच, वन विभाग के कर्मियों ने अपराध में शामिल अपराधियों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्ते के दस्ते की मदद से इलाके में तलाशी शुरू कर दी है।
वन कर्मियों को नहीं थी तेदुंए की भनक
चैतमा क्षेत्र में तेंदुआ भ्रमण कर रहा था पर इसकी भनक भी वन कर्मियाें को नहीं थी। अधिकारी अब यह कह रहे हैं कि तेंदुआ बिलासपुर और मरवाही के जंगल से आते और जाते थे, इसलिए गणना करना मुश्किल है।
बता दें कि चैतमा के ही जंगल में हाल ही में सड़क तक पहुंच गए बाघ का दावा मोबाइल में खींचे गए फोटो से किया गया था। वन विभाग के अधिकारी बाघ के पंजे का निशान तलाशने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अब तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि तेंदुआ चैतमा के जंगल में है या नहीं।