पिता की पुत्र ने की हत्या, पुलिस ले गई बेटे को, घर में शव रख कर मतदान करने पहुंचे परिवार के सदस्य
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
मामला सरगुजा संसदीय सीट के ग्राम लहपटरा की है।
गांववालों को यकीन ही नही हो रहा था।
जिस परिवार के मुखिया की बेटे ने ही हत्या कर दी हो उस परिवार का कोई सदस्य मतदान करने पहुंचेगा।
अंबिकापुर। सरगुजा संसदीय सीट के ग्राम लहपटरा में परिवार के मुखिया के शव को घर में रख कर परिवार के सदस्यों ने मतदान केंद्र पहुंच कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। मन में पीड़ा और उदास चेहरों के साथ परिवार के सदस्य जब मतदान करने पहुंचे तो गांववाले अवाक रह गए। गांववालों को यकीन ही नही हो रहा था कि जिस परिवार के मुखिया की बेटे ने ही हत्या कर दी हो उस परिवार का कोई सदस्य मतदान करने पहुंचेगा। गांव के लोगों ने उनकी भावनाओं का सम्मान किया। परिवार के सदस्यों ने एक साथ मतदान किया।
दरअसल ग्राम लहपटरा में मुलसाय रजक परिवार के सदस्यों के साथ रहता था। उसका पुत्र बंटी रजक नशेड़ी प्रवृत्ति का था। अक्सर वह शराब का सेवन करता था। मतदान के पूर्व दिवस मूल साय रजक के पुत्र बंटी ने पिता से शराब पीने के लिए पैसे की मांग करने लगा, पैसे नहीं देने पर अपने पिता की पीट – पीट कर हत्या कर दी। सूचना पर लखनपुर पुलिस जांच के लिए पहुंची। आरोपित बंटी रजक को लखनपुर पुलिस रात में ही पकड़ कर ले गई। मृतक मुलसाय का शव घर पर ही है। पुलिस की जांच होनी है। पोस्टमार्टम भी होगा।
उसके पहले ही मुलसाय के परिवार के सदस्य मतदान केंद्र पहुंचे और मताधिकार का उपयोग किया। घर में शव रहने के बावजूद मतदान के महत्व को समझ कर इन्होंने मतदान किया है। इनका कहना है कि मजबूत राष्ट्र के लिए लोकतंत्र के महापर्व मतदान में सभी की भागीदारी जरूरी है। मुखिया की हत्या हो गई लेकिन हमने मतदान किया क्योंकि पुलिस जांच और अंतिम संस्कार में व्यस्त हो जाने पर मतदान के लिए समय नहीं मिलेगा।