स्वयं को समाजसेवी बताने वाली शोभा ने महिलाओं के खाते का सटोरियों से किया सौदा, हर महीने लेती थी 40 हजार, अब हुई गिरफ्तार

 स्वयं को समाजसेवी  बताने वाली शोभा ने महिलाओं के खाते का सटोरियों से किया सौदा, हर महीने लेती थी 40 हजार, अब हुई गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

खाते से 15 करोड़ का किया गया लेन-देन।
अन्य आरोपियों की पतासाजी में जुटी पुलिस।
रोजगार के नाम पर खुलवाए महिलाओं के खाते।

 

 

रायपुर। गरीब महिलाओं से रोजगार के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली आरोपित शोभा ठाकुर को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। पुरानी बस्ती पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड पर लिया है। आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है। आरोपी महिला के पास 300 से ज्यादा महिलाओं के बैंक खाते हैं। उसने इसका उपयोग ऑनलाइन सट्टा के लेन-देन के लिए किया है। शुरुआती जांच में 15 करोड़ रुपये का लेन-देन सामने आया है। एक खाते की जानकारी देने पर शोभा को 30 से 40 हजार रुपये हर महीने मिलते थे। पुलिस ने जांच में उसके पास से रसीद जब्त की है। आरोपी ने बैंक खाते किसे उपलब्ध करवाए इसकी जांच की जा रही है।

हर महीने मिलती थी रकम
आरोपी महिला का संपर्क ऑनलाइन सट्टे से जुड़े लोगों ने संपर्क किया। इसके बाद उसे प्रत्येक खाते के बदले में 30-40 हजार रुपये हर माह देने की बात कही गई। शोभा ठाकुर ने ऐसा ही किया। खुद को समाज सेविका बताकर अलग-अलग जगहों पर ट्रेनिंग कैंप शुरू किया। महिलाओं के खाते शोभा ने कर्नाटका बैंक में खुलवाए। बैंक पासबुक, एटीएम और उनके नाम से खरीदी गई सिम को ऑनलाइन सट्टा के लिए बेच दिया गया।

ऐसे होता था खातों का उपयोग
ऑनलाइन सट्टा एप जैसे महादेव एप, अन्ना रेड्डी सहित अन्य की आईडी 100 रुपये में आसानी से मिल जाती है। इसके बाद खेलने के लिए उसे रिचार्ज किया जाता है। पैनल संचालक आईडी रिचार्ज करने के लिए बैंक खाते की जानकारी, यूपीआई आईडी, क्यूआर कोड आईडी में उपलब्ध करवाता है। इसके बाद उसमें आसानी से पैसे लगाए जा सकते हैं।

100 रुपये से लेकर एक लाख तक आए खाते में

पुलिस ने बैंक खातों की जानकारी निकाली तो उसके 100 रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक एक बार खाते में डाले गए हैं। एक दिन में एक खाते में 10 से 15 लाख रुपये का लेन-देन हुआ है।