बारिश व ओलावृष्टि के बाद, सरगुजा में छाया सीजन का सबसे घना कोहरा अलग-अलग जगह से ली गई तस्वीर चारों ओर कोहरा ही कोहरा

 बारिश व ओलावृष्टि के बाद, सरगुजा में छाया सीजन का सबसे घना कोहरा अलग-अलग जगह से ली गई तस्वीर चारों ओर कोहरा ही कोहरा

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

पचास मीटर से आगे की चीज दिखाई नहीं देने से वाहन चालकों को हुई परेशानी

बारिश व ओलावृष्टि के बाद शुक्रवार को मौसम खुला

अगले 24 घंटे में गिरेगा तापमान

 

अंबिकापुर। उत्तरी छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को इस सीजन का सबसे घना और लंबी अवधि तक कोहरा छाया रहा। कोहरे का प्रभाव अभी भी बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद वातावरण में बनी नमी से कोहरे का प्रभाव शुरू हो गया। गुरुवार को भी शहर सहित आसपास के इलाके में हल्का कोहरा छाया रहा लेकिन आज सुबह इस सीजन का सबसे घना कोहरा छाया रहा। शुक्रवार की सुबह लोग जब उठे तो शहर सहित आसपास का इलाका घने कोहरे में ढंका रहा। कोहरा इतना घना था था कि सड़क में 50 मीटर से आगे की चीज दिखाई नहीं दे रही थी। सड़क में दृश्यता घटने से सुबह आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

खासकर स्कूल आने जाने वाले बच्चों को इससे परेशानी हुई। पिछले दिनों पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तरी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में मूसलाधार वर्षा और जमकर ओलावृष्टि हुई थी। सरगुजा जिले के मैनपाट, सीतापुर, बतौली, उदयपुर, लखनपुर सहित अंबिकापुर से लगे इलाकों में भारी ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन प्रशासन ने शुरू कर दिया है। इन इलाकों में गेहूं सहित सब्जी वर्गीय फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने इस बात की संभावना पहले ही जता दी थी कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता समाप्त होने के बाद कोहरे की सक्रियता बढ़ेगी और तापमान में गिरावट होगी।

 

तीन दिनों के भीतर संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में लगभग 22 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। शुक्रवार को मौसम साफ हुआ तो शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में कोहरे का असर देखा गया। इस सीजन में पहली बार ऐसा घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के कारण सड़कों में आवागमन कुछ हद तक प्रभावित रहा। सड़कों में दृश्यता काफी घट जाने से वाहनों की गति भी धीमी हो गई थी। धीरे-धीरे सूरज की चमक बढ़ने से कोहरे का प्रभाव घटता गया।

अगले 24 घंटे में गिरेगा तापमान

 

आसमान साफ हो चुका है और उत्तर की ठंडी हवा का प्रवाह एक बार फिर शुरू हो गया है इससे आने वाले 24 घंटे के भीतर न्यूनतम तापमान में तगड़ी गिरावट होने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के दौरान अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान चार डिग्री गिरकर लगभग 12 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार आने वाले एक-दो दिनों में न्यूनतम तापमान में तगड़ी गिरावट होने की संभावना है। तापमान के 10 डिग्री से नीचे की जाने की संभावना है। हालांकि आने वाले दिनों में एक बार फिर से नया विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम फिर बदल सकता है।

राजमार्ग में वाहन चालकों को हुई परेशानी

कोहरे के प्रभाव से एनएच सहित अन्य प्रमुख मार्गों में आवागमन प्रभावित हुआ। अंबिकापुर बिलासपुर, अंबिकापुर रामानुजगंज और अंबिकापुर मनेंद्रगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़क में दृश्यता काफी कम होने से सामने से आ रहे वाहन को देखने में परेशानी हो रही थी, इसलिए वाहनों की रफ्तार भी इन मार्गों में घट गई थी। धीरे-धीरे कोहरा छंटने के बाद आवागमन सामान्य हो पाया।