डेढ़ महीने में हाथियों के हमले से छत्तीसगढ़ में 11 लोगों की गई जान, दिया गया 66 लाख का मुआवजा, वन मंत्री ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
सरगुजा में तीन, सूरजपुर में एक, बलरामपुर में एक की मौत।
मृत्यु होने पर दी जाती है छह लाख की आर्थिक सहायता।
रायपुर । हाथियों के हमले में दिसंबर 2023 से 13 जनवरी 2024 के मध्य यानि करीब डेढ़ महीने में 11 लोगों ने जान गंवाई है। स्वजन को 66 लाख का मुआवजा मिला है। इस दौरान दो हाथियों की भी विद्युत करंट से मौत हुई है। विधानसभा में डा चरणदास महंत के उठाए गए प्रश्नों पर वनमंत्री केदार कश्यप ने लिखित जानकारी दी है।
वनमंत्री केदार कश्यप ने लिखित में दी गई जानकारी में बताया है कि दिसंबर-23 से 13 जनवरी-24 के मध्य 1507 प्रकरणों में 1,71,79,010 रुपये की सहायता राशि का भुगतान किया गया है। लंबित जनहानि के एक, फसल क्षति के 11, मकान क्षति के दो और अन्य क्षति के सात के भुगतान की कार्यवाही प्रक्रियाधीन होने से लंबित है, जिसका समयावधि तीस से चालीस दिनों में भुगतान कर दिया जाएगा। केदार कश्यप के दी गई जानकारी में बताया गया है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ वनमंडल में एक की मौत हुई है।
ऐसे ही सरगुजा में तीन, सूरजपुर में एक, बलरामपुर में एक, जशपुर में तीन, एलीफेंट रिजर्व सरगुजा अंबिकापुर में एक तथा बलौदाबाजार वनमंडल में एक की मौत हुई है। हाथियों ने 3536199 हेक्टेयर फसल को क्षतिग्रस्त किया है, जिसकी 7636809 रुपये मुआवजा राशि दी गई है। उन्होंने बताया है कि हाथी के हमले में मृत्यु होने पर छह लाख, स्थायी रूप से अपंग होने पर दो लाख, घायल होने पर 59,100, पशु हानि होने पर तीस हजार, फलस क्षति होने पर नौ हजार प्रति एकड़, सामान्य क्षेत्र में मकान क्षतिग्रस्त होने पर 95,100 तथा पहाड़ी क्षेत्र में मकान के क्षतिग्रस्त होने पर 1,01,900 रुपये क्षतिपूर्ति भुगतान करने का प्रविधान है।
रायगढ़ जिले में आठ से दस हाथियों का दल
रायगढ़ जिला अंतर्गत विकासखंड रायगढ़, खरसिया तमनार, घरघोड़ा, धरमजयगढ़ और लैलूंगा हाथी प्रभावित क्षेत्र हैं। इन विकासखंडों मे जनवरी-23 से अब तक करीब आठ से दस हाथियों के दल विचरण कर रहे हैं। इसमें हाथियों की संख्या करीब 63-68 है। विधानसभा में उमेश पटेल के उठाए गए प्रश्नों पर वनमंत्री केदार कश्यप ने लिखित जानकारी दी है। वनमंत्री ने बताया है कि जनवरी-23 से अब तक जनहानि के तीन, स्थायी रूप से अपंग होने के एक, फसल क्षति के 1746, मकान क्षति के 43 और अन्य क्षति के 80 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जनहानि के दो प्रकरणों में 25 हजार रुपये प्रति व्यक्ति के दर से स्वजन को तात्कालिक राशि दी गई है। शेष राशि का भुगतान दस्तावेज प्राप्त होते ही किया जाएगा।
फसल क्षति के 9,828 प्रकरण दर्ज
वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10 जनवरी-2024 तक प्रदेश के हाथी विचरण क्षेत्रों में जनजानि के 52 तथा फसल क्षति के 9,828 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में 9,46,60,262 रुपये का भुगतान किया गया है। विधानसभा में विद्यावती सिदार के पूछे गए प्रश्नों पर वनमंत्री केदार कश्यप ने लिखित जानकारी दी है।
डेढ़ महीने में हाथियों के हमले से छत्तीसगढ़ में 11 लोगों की गई जान, दिया गया 66 लाख का मुआवजा, वन मंत्री ने दी जानकारी।