राजिम कुंभ में जुटेंगे देशभर के चार हजार से अधिक साधु-संत, जल्द शुरू होगा आमंत्रण पत्र भेजने का काम

 राजिम कुंभ में जुटेंगे देशभर के चार हजार से अधिक साधु-संत, जल्द शुरू होगा आमंत्रण पत्र भेजने का काम

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

सभी दिशाओं से करीब 100 बसें चलाई जाएंगी।

100 से अधिक दाल-भात केंद्र संचालित होंगे।

 

 

रायपुर। प्रदेश में राजिम के त्रिवेणी संगम पर 24 फरवरी से राजिम कुंभ की शुरूआत होगी। 15 दिनों तक चलने वाले इस मेले में देशभर के चार हजार से अधिक साधु-संतों के जुटेंगे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश के बाद नागा साधु-संतों को बुलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राजिम कुंभ कल्प और रामोत्सव के नाम से इस बार मेला लगेगा।

 

अधिकारियों का कहना है कि नाम बदलते ही साधु-संतों को आमंत्रण पत्र भेजने का काम शुरू हो जाएगा।महामंडलेश्वर, महंत और साधु-संतों से संपर्क कर समय निर्धारित किया जा रहा है। बताया जाता है कि महामंडलेश्वर विशेकानंद महाराज, महामंडेलश्वर शिवस्वरूपा नंद महाराज, महंत ज्ञान स्वरूपानंद महाराज, सतपाल महाराज, हरिद्वार के गायत्री प्रमुख डा चिन्मयानंद महाराज, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री, सिहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा आदि साधु-संतों से संपर्क किया गया है। इन्होंने राजिम कुंभ में आने की सहमति दी है।

 

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजिम कुंभ कल्प का आयोजन पूरी भव्यता के साथ करने के लिए गरियाबंद, रायपुर और धमतरी जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर सात दिनों के अंदर योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि प्रदेश के राजिम को मिनी प्रयागराज भी कहा जाता है। यहां पाच वर्षों में महाकुंभ का भी आयोजन होता है। बता दें कि कांग्रेस के शासनकाल में इसका नाम परिवर्तित कर माघी पुन्नी मेला रखा गया था।

स्थानीय कलाकारों के लिए अलग मंच

राजिम कुंभ स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए एक अलग मंच बनाया जाएगा, जिसमें सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कार्यक्रम चलेगा। मंत्री के निर्देश के बाद राजिम के आसपास की सभी सड़कों को सुधारने के कार्य आरंभ हो गए हैं। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को लाइटिंग, ट्रांसफार्मर, जनरेटर की व्यवस्था, सजावट, पुल-पुलिया में रोशनी आदि की व्यवस्था, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ आयोजन स्थल पर करीब 300 शौचालय बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

बसों में होमगार्ड रहेंगे तैनात

राजिम की ओर सभी दिशाओं से करीब 100 बसें चलाई जाएंगी। सुरक्षा के नाते बसों में होमगार्ड के जवान भीउपस्थित रहेंगे। खाद्य विभाग की ओर से 100 से अधिक दाल-भात केंद्र संचालित होंगे, जिसके लिए जल्द ही टेंडर जारी होगा। समाजसेवी संगठनों को भंडारा संचालित करने की अनुमति दी जाएगी। आयोजन स्थल पर 24 घंटे चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री के निर्देश के बाद देशभर के साधु-संतों से संपर्क करने का काम शुरू हो गया है। आमंत्रण पत्र भेजने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।

– उमेश मिश्रा, उप संचालक, संस्कृति विभाग,