रिकार्ड खरीदी के बाद भी 6,750 किसान नहीं बेच पाए धान

 रिकार्ड खरीदी के बाद भी 6,750 किसान नहीं बेच पाए धान

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

बीते वर्ष की तुलना में इस बार 16 लाख क्विंटल की अधिक हुई खरीदी

 

बिलासपुर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के मामले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर ने इस बार कीर्तिमान रचा है। बीते वर्ष की तुलना में बिलासपुर जिले के किसानों से 16 लाख क्विंटल अधिक धान की खरीदी की है। रिकार्ड बनाने के बाद भी 6,750 किसान धान नहीं बेच पाए हैं।

खरीफ सीजन वर्ष 2023-24 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य एक नवंबर से चार फरवरी तक धान खरीदी की गई। इस दौरान जिले में तकरीबन 70 लाख क्विंटल की रिकार्ड खरीदी हुई है। खास बात यह है कि इस साल धान खरीदी के दौरान विधानसभा चुनाव में और बेमौसम वर्षा के कारण खरीदी प्रभावित हुई। इसको देखते हुए सरकार ने अंतिम तिथि 31 जनवरी को आगे बढ़ाते हुए चार फरवरी कर दिया था। प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी समितियों के माध्यम से की गई। इसके चलते बीते साल की तुलना में इस बार 16 लाख क्विंटल धान की खरीदी अधिक हुई है। लेकिन धान बेचने वाले किसानों की संख्या में पर गौर करें तो इस वर्ष एक लाख 32 हजार 540 किसानों ने पंजीयन कराया था। एक लाख 25 हजार किसान ही धान बेच पाए हैं। खरीदी की मात्रा प्रति एकड़ 15 से बढ़ाकर 21 क्विंटल कर दिया गया था। इसके चलते पूरे प्रदेश में धान की बंपर खरीदी हुई, इसका असर जिले में भी देखने को मिला है।

96 दिन के बाद भी नहीं बेच पाए धान

धान खरीदी के लिए सरकार ने तीन माह का समय निर्धारित था। सप्ताह में दो दिन अवकाश के कारण किसानों के 26 दिनों की कटौती हो गई है। बेमौसम वर्षा से सप्ताह भर खरीदी बंद रही। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए एक नवम्बर से 31 जनवरी से बढ़ाकर चार फरवरी किया गया था। 96 दिन का समय तय था। आखिरी के चार दिनों में आपाधापी का माहौल था। इस दौरान 692 टोकन काटे गए।