वीआइपी दर्शन के नाम पर हो सकता है फर्जीवाड़ा, पुलिस ने किया सतर्क
रिपोर्टर आसिफ खान, वीरेन्द्र चौधरी की रिपोर्ट भिलाई दुर्ग से,
बिलासपुर। श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दौरान वीआइपी दर्शन के नाम पर लोगों के पास फर्जी मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिसे लेकर बिलासपुर पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रही। साथ ही ऐसे मैसेज आने पर पास के थाने में इसकी शिकायत करने के लिए कहा जा रहा। ताकि, ठगों के इस स्कैम से बचा जा सके। पुलिस के द्वारा इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगो को ऐसे फर्जी मैसेज से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
श्रीराम मंदिर के भव्य प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए 22 जनवरी का इंतजार पूरा देश कर रहा है, मगर कुछ धोखेबाज इस पवित्र अवसर का गलत फायदा उठाने की कोशिश में लगे हुए हैं। ठगों के द्वारा आम लोगों को इस प्राण प्रतिष्ठा के लिए वीआइपी दर्शन कराने के नाम पर फर्जी मैसेज व लिंक भेजा जा रहा है। जिसमें क्लिक करते ही लोगों के बैंक खातों पर आसानी से सेंध लगाई जा सकती है। इसे देखते हुए बिलासपुर एसपी संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस की टीम लोगो को अलग-अलग माध्यम से सतर्क करने में लगी हुई है। पुलिस के अनुसार, किसी के पास वीआइपी दर्शन अथवा अन्य किसी भी तरह के लुभावने स्कीम वाले मैसेज आएं तो सतर्क हो जाइये और तुरंत इसकी सूचना पास के थाने में करें।
राम जन्मभूमि गृहसंपर्क अभियान के नाम पर आ रहे मैसेज
ठग राम मंदिर के दर्शन के लिए वीआइपी पास का झांसा दे रहे। लोगों के फोन पर ‘राम जन्मभूमि गृहसंपर्क अभियान एपीके’ नामक फाइल के साथ संदेश भेजे जा रहे हैं। इस फाइल को डाउनलोड करना जोखिम भरा है, क्योंकि इसमें हानिकारक साफ्टवेयर भी हो सकते हैं। इस तरह की फाइलें आपके फोन का डेटा चोरी कर सकती हैं। जिसके बाद इससे ठग आपके बैंक खाते में आसानी से घुस सकते हैं और पैसे चुराने के अलावा लेनदेन कर सकते हैं।
दूसरों को भी करें सतर्क
हर किसी की इच्छा राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने की है, जिसका फायदा जालसाज उठाने की कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए लोगों के मोबाइल पर वीआइपी दर्शन के नाम पर एक अनजान फाइल और अनजान लिंक भेजा जा रहा है। पुलिस के द्वारा लगातार इंटरनेट मीडिया के जरिए यह प्रसारित किया जा रहा कि लोग इस तरह के मैसेज से सतर्क रहें। साथ ही ऐसे मैसेज को शेयर करने से बचें और दूसरों को ऐसे जालसाजी से बचने के लिए जागरूक करें।
कैसे रहें सावधान
साइबर एक्सपर्ट गोपिका बघेल ने बताया कि क्यूआर कोड का उपयोग वित्तीय लेनदेन के लिए बढ़ता जा रहा है, इसको देखते हुए साइबर अपराधी कई नए तरीके अपना कर लोगों से साइबर धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे अपराधों से खुद को बचने के लिए आप कुछ सुरक्षा कदम उठा सकते हैं।
– कभी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें। इस पर क्लिक करते ही आपने मोबाइल का डेटा आसानी से जालसाजों तक पहुंच सकता है।
– हमेशा अज्ञात नंबरों से आने वाले संदेशों के बारे में सतर्क रहें। खासकर जब वे आपको मुफ्त पास या पैसे या लाटरी देने का दावा कर रहे हों।
– कभी भी अपनी यूपीआई आईडी, बैंक खाता विवरण या ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) अजनबियों के साथ साझा न करें।
– याद रखें, क्यूआर कोड मुख्य रूप से पैसे भेजने के लिए होते हैं, प्राप्त करने के लिए नहीं।
– पैसे लेने के लिए किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन करने से पहले हमेशा प्राप्तकर्ता का नाम, खाता संख्या और आईएफएससी कोड सत्यापित करें।
– संदिग्ध दिखने वाले क्यूआर कोड को स्कैन करने से बचें, जैसे मौजूदा कोड पर चिपकाए गए स्टिकर, क्योंकि उनके साथ छेड़छाड़ हो सकती है।
– एक क्यूआर कोड स्कैनर ऐप का उपयोग करें जो यूआरएल पर जाने से पहले पूर्वावलोकन की अनुमति देता है।
– एक बार जब आप कोई संदिग्ध फाइल डाउनलोड करते हैं, तो यह रिस्की हो सकता है। आपके स्थान, डेटा, पासवर्ड, या शायद कैमरा और माइक्रोफोन को ट्रैक करने के लिए आपको निशाना बनाया जा सकता है।