विधानसभा चुनाव के लिए जिले की सड़कों पर चलने वाली अधिकांश बसों को अधिग्रहण कर लिया गया है, जिससे सड़कों पर गिनती के बसें चल रही हैं। यात्रियों को हो रही है परेशानी
बालोद- विधानसभा चुनाव के लिए जिले की सड़कों पर चलने वाली अधिकांश बसों को अधिग्रहण कर लिया गया है, जिससे सड़कों पर गिनती के बसें चल रही हैं। जिस रूट पर हर दस मिनट में बस आती थी, वहां अब यात्री आधे से एक घंटे तक बस का इंतजार कर रहे हैं। यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बस के इंतजार में बैठे यात्री,बस के इंतजार में बैठे यात्री,घंटों इंतजार के बाद मिल रही बसें
दूसरे चरण के चुनाव के लिए भी बसों को अधिग्रहण किया गया
जिले की लगभग सभी बसों को बस्तर, कांकेर व राजनांदगांव के विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को होने वाले चुनाव के लिए अधिग्रहण किया गया है। बसों को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया है। प्रथम चरण के बाद दूसरे चरण के चुनाव के लिए भी बसों को अधिग्रहण किया गया है।
धमतरी- राजनांदगांव रूट पर 30 में सिर्फ 7 बस चल रही
बस संचालकों की माने तो धमतरी, बालोद व राजनांदगांव रूट पर लगभग 30 बसें है। अधिग्रहण के बाद इस रूट पर मात्र 7 बस ही चल रही है। यही स्थिति बालोद-अर्जुंदा-राजनांदगांव रूट की भी है। इस रूट पर भी मात्र 7 बस चल रही है।
दुर्ग-बालोद-दल्ली मार्ग में 15 से 17 तक होगी परेशानी
वर्तमान में बसों में राहत की बात करें तो दुर्ग, बालोद, दल्लीराजहरा रूट में ही है। इस रूट बसों के अधिग्रहण से ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। इस रूट की बहुत कम बसों का अधिग्रहण हुआ है। लेकिन 15 नवंबर को बस का अधिग्रहण कर लिया जाएगा।
मतदान दलों को ले जाने 135 बसों का होगा अधिग्रहण
जिला परिवहन अधिकारी प्रकाश कुमार रावटे ने बताया कि अभी चुनाव सामग्री वितरण कार्य में मतदान दलों को लाने ले जाने के लिए बसों का अतिक्रमण किया गया है। दूसरे चरण में चुनाव के लिए भी मतदान सामग्री व मतदान दलों को लाने ले जाने के लिए कुल 135 बस एवं छोटे चार पहिया वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा। 64 बस मतदान दलों हुआ एवं मतदान सामग्री को ले जाने के लिए है। 80 बस सेक्टर ऑफीसरों के लिए है एवं छोटी कारो एवं बोलेरो जैसी वाहनों का उपयोग किया जाएगा।
संचालकों को 15 नवंबर रात में बस खड़ी करने का निर्देश
परिवार अधिकारी ने कहा कि संचालकों को स्पष्ट कर दिया गया है कि जिन बसो का अधिग्रहण किया गया है उन्हें 14 नवंबर की शाम से 15 नवंबर की रात तक चुनाव सामग्री वितरण स्थल पर लाकर खड़ा कर दें इसमें लापरवाही ना करें।