छत्‍तीसगढ़ के 31 केंद्रों पर खरीदी बंद: गरियाबंद में धान उपार्जन के कार्य में ब्रेक, उठाव न होना और बारिश बनी वजह

 छत्‍तीसगढ़ के 31 केंद्रों पर खरीदी बंद: गरियाबंद में धान उपार्जन के कार्य में ब्रेक, उठाव न होना और बारिश बनी वजह

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

गरियाबंद जिले के 31 धान खरीदी केंद्रों पर 26 दिसंबर से खरीदी नहीं की जा रही है। इन खरीदी केंद्रों में देवभोग ब्रांच के 10 खरीदी केंद्र इससे प्रभावित हुए हैं।

 

रायपुर।छत्‍तीसगढ़ में धान खरीदी जारी है। वहीं बारिश से उपज को बचाने के लिए सीएम विष्‍णुदेव साय ने दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं। इसके बाद भी गरियाबंद जिले में हालत यह है कि कहीं बारिश के कारण तो कहीं धान का उठाव नहीं होने से धान की खरीदी बंद है।

 

गरियाबंद जिले के 31 धान खरीदी केंद्रों पर 26 दिसंबर से खरीदी नहीं की जा रही है। इन खरीदी केंद्रों में देवभोग ब्रांच के 10 खरीदी केंद्र इससे प्रभावित हुए हैं। वहीं गोहरापदर ब्रांच के 16 खरीदी केंद्र पर बारिश का असर है, इसके कारण खरीदी नहीं हो पा रही है। इसी के साथ ही मैनपुर ब्रांच के 5 खरीदी केंद्र में उठाव नहीं हो पाया है। ऐसे में केंद्र पर धान का स्‍टॉक अधिक होने से जगह के अभाव में खरीदी बंद कर दी गई है।

 

रुक-रुककर हो रही बारिश

गरियाबंद जिले में धान खरीदी केंद्रों  पर बारिश के कारण कई समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है। इलाके में पिछले 24 घंटे में रुक-रुककर बारिश हुई। इसके कारण खरीदी केंद्रों पर उपार्जन का काम रोकना पड़ा। वहीं बारिश के कारण किसानों को भी केंद्र तक आने में समस्‍या हो रही है। वहीं धान से भरी ट्रॉली को ढकने के लिए किसान तिरपाल और पन्‍नी का इस्‍तेमाल कर रहे हैं।

 

कांकेर जिले में भी बारिश से समस्‍या

 

छत्‍तीसगढ़ के कांकेर जिले में स्थित अंतागढ़ में बारिश के कारण कई तरह की समस्‍या हुई है। जहां धान खरीदी केंद्रों  पर समस्‍या उत्‍पन्‍न हो रही है। किसानों से धान की खरीदी में भी समस्‍या आ रही है। वहीं बारिश से बचाने केंद्रों पर तिरपाल से धान को ढंका गया। बारिश के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है। यह पूरा मामला कोयलीबेड़ा धान खरीदी केंद्र का है।

 

 

अजयगढ़ में खुले में धान, बारिश का खतरा

 

इधर अजयगढ़ में एक तरफ बेमौसम बारिश  के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अजयगढ़ प्राथमिक विपणन समिति के अजयगढ़ केंद्र में नगर की मंडी प्रांगड़ में लगभग 6 हजार क्विंटल धान समिति का एवं लगभग 8 से 10 हजार क्विंटल धान किसानों का खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। जो कभी भी बेमौसम बारिश में भीगकर खराब हो सकता है, लेकिन संबंधित विभाग के द्वारा केंद्र से धान का परिवहन समय पर नहीं किया जा रहा है। जब यह स्थिति नगर के अंदर धान खरीदी केंद्र की है तो ग्रामीण क्षेत्र मे संचालित ओर धान खरीदी केन्द्रों की क्या होंगी।