पत्नी को मोटी भैंस कहना पड़ा पति को पड़ा भारी, अब पति झेल रहा जुदाई की सजा

 पत्नी को मोटी भैंस कहना पड़ा पति को पड़ा भारी, अब पति झेल रहा जुदाई की सजा

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

पति ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पत्नी और बेटियों के साथ अनहोनी होने की आशंका व्क्त की है।

 

 

बेलखेड़ा थाना क्षेत्र का मामला।

गुमशुदगी की शिकायत की हुई।

पुलिस से बोली- साथ नहीं रहेंगे।

 

 

जबलपुर एमपी। मोटी-भैंस कहकर बार-बार सार्वजनिक अपमान से आहत एक महिला पति एवं घर छोड़कर दिल्ली चली गई। अपने साथ चार बेटियों को भी ले गईं। 17 जुलाई को अचानक पत्नी और बेटियों के गायब होने से पति परेशान हो गया। उसने बेलखेड़ा थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत की। इधर, पति ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पत्नी और बेटियों के साथ अनहोनी होने की आशंका जताई है।

 

पति नशा करके करता था मारपीट

जांच में महिला और बच्चों को गांव में अंतिम बार उसके पति के भांजे के साथ देखे जाने की जानकारी मिली। इस बीच पुलिस ने महिला से फोन पर जैसे-तैसे संपर्क साधा। बातचीत में महिला ने पति पर नशा करके उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया। सबके सामने बार-बार अपशब्द कहकर अपमानित किए जाने के कारण उसके पास वापस लौटने से मना कर दिया।

 

फोन बंद, परेशान होते रहे स्वजन

ग्राम कुसली निवासी 46 वर्षीय महेंद्र वंशकार का विवाह 18 पूर्व नरसिंहपुर जिला निवासी महिला के साथ हुई। दंपति की चार पुत्री (17, 15 , 12 व सात वर्षीय) है। विवाह के बाद से ही पति-पत्नी में विवाद होता था। 17 जुलाई को महेंद्र किसी काम से जबलपुर आया था। तभी उसका भांजा नरसिंहपुर जिले के ग्राम सर्रा में रहने वाला दुर्गेश घर आया था।

 

आसपास ढूंढने पर उनका कोई पता नहीं चला

महेंद्र सायं में जब घर लौटा तो पत्नी और बेटियां नहीं थीं। आसपास ढूंढने पर उनका कोई पता नहीं चला। पुलिस ने शिकायत मिलते ही खोजबीन आरंभ की। नरेंद्र के बड़े भाई से उसका मोबाइल नंबर लिया, लेकिन नरेंद्र और महिला का फोन बंद था।

 

11 दिन बाद भोपाल में मिली बड़ी बेटी

दुर्गेश का फोन 28 जुलाई को आन हुआ, लोकेशन भोपाल थी। पुलिस तुरंत सक्रिय हुई। अगले दिन फोन की लोकेशन पर पहुंची तो वहां पर महेंद्र की 17 वर्षीय बड़ी बेटी मिली। वह अपने रिश्तें की एक बहन के घर पर थी। उसे लेकर पुलिस जबलपुर आयीं। पिता को सौंप दिया।

 

वह लोग 18 जुलाई को भोपाल आ गए थे

बड़ी बेटी ने बताया कि वह लोग 18 जुलाई को भोपाल आ गए थे। मां कुछ घरों में साफ-सफाई का काम करने लगी थी, लेकिन उसे भोपाल अच्छा नहीं लगा। फिर वह तीनों बहनों को लेकर दुर्गेश के साथ राजस्थान के नलखेड़ा चली गई।

 

दिल्ली पहुंची, एक अगस्त को बात की

जांच में पता चला कि दुर्गेश और उनके गांव कई लोग दिल्ली में मजदूरी करते हैं। महिला ने दुर्गेश से काम के लिए पूछा तो उसने दिल्ली में मजदूरी मिलने की बात कही थी। इसलिए राजस्थान से वह अपनी बेटियों को लेकर दिल्ली चली गई। एक अगस्त को महिला ने अपना फोन ऑन किया। पुलिस ने बात करना चाहा तो पहले उसने मना कर दिया।

 

महिला बोली-पति की मारपीट से परेशान थी

जैसे-तैसे बातचीत के लिए तैयार होने पर यहीं कि वह पति के मारपीट करने से परेशान थी। वह गांव वालों और स्वजन के सामने उसके लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करता था। वह अब घर नहीं लौटना चाहती है। बेलखेड़ा थाना प्रभारी सरोजनी टोप्पो ने पति के अपशब्दों से आहत होकर पत्नी के घर छोड़ने की बात कही है। उसे समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह घर नहीं लौटना चाहती है।