इस मोर संगवारी एप से घर बैठे ले सकते हैं 27 सेवाओं का लाभ, डिप्‍टी CM अरुण साव ने किया लॉन्‍च

 इस मोर संगवारी एप से घर बैठे ले सकते हैं 27 सेवाओं का लाभ, डिप्‍टी CM अरुण साव ने किया लॉन्‍च

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

‘मोर संगवारी’ एप के जरिए घर बैठे बनेंगे प्रमाण पत्र
चार नगर पालिकाओं में ’मोर संगवारी’ का विस्तार
टोल-फ्री नंबर 14545 में कॉल करके करें संपर्क

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के चार नवगठित नगर पालिकाओं मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, लोरमी और पंडरिया के लोगों को भी मोर संगवारी योजना के तहत 27 सेवाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया है। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने लोरमी के मानस मंच में आयोजित कार्यक्रम में चारों नई नगर पालिकाओं में योजना का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उन्होंने मोर संगवारी एप भी लॉन्‍च किया। मोर संगवारी योजना के माध्यम से लोगों को जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह पंजीयन, दुकान एवं स्थापना पंजीयन, राशन कार्ड, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सहित 27 प्रकार की सुविधाएं घर पहुंचकर प्रदान की जाएंगी।

सुडा (राज्य शहरी विकास अभिकरण) के सीईओ शशांक पाण्डेय ने बताया कि सरकारी दस्तावेज बनवाने की यह घर पहुंच सेवा वर्तमान में प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों, 44 नगर पालिकाओं तथा दो नगर पंचायतों अंबागढ़ चौकी और गौरेला में संचालित की जा रही है।

 

ये सेवाएं सभी कार्य दिवसों में सुबह आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक संचालित की जा रही हैं। योजना के अंतर्गत टोल-फ्री नंबर पर काल करने पर संगवारी घर पहुंच कर योजना से जुड़ी सेवाओं और सुविधाओं का लाभ देना सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए कोई भी घर बैठे टोल-फ्री नंबर 14545 में काल करके संपर्क कर सकता है।

हमने बनाया, हम ही संवारेंगे : साव
उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि शासकीय कार्यालयों से लोगों की सेवाएं घरों तक पहुंचाने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप चरणबद्ध रूप से मोर संगवारी योजना का विस्तार किया जा रहा है।

इसमें 27 तरह की सेवाएं बिना किसी व्यवधान और कार्यालय जाए बिना उपलब्ध कराई जा रही है। विष्णुदेव साय की सरकार में सभी वर्गों के विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। हमारा संकल्प है, जिस छत्तीसगढ़ को हमने बनाया है, उसे संवारने का काम भी हम करेंगे।