साजिश या हादसा: चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के 16 डिब्बे बेपटरी, 3 की मौत… लोको पायलट ने धमाके की आवाज सुनने के बाद लगाया था इमरजेंसी ब्रेक
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
हादसा होने के बाद सबसे पहले ग्रामीण मौके पर पहुंचे और लोगों को बचाया।
गुरुवार दोपहर यूपी के गोंडा में हुआ था हादसा
चंडीगढ़ से असम के डिब्रूगढ़ जा रही थी ट्रेन
तीन डिब्बे पलटे और तेरह बेपटरी हो गए थे
गोंडा । उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार दोपहर हुए रेल हादसे में नई जानकारी सामने आई है। पता चला है कि लोको पायलट ने धमाके की आवाज सुनने के बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाया था। अब पता लगाया जा रहा है कि यह धमाका किस चीज का था।
बता दें, हादसे में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पलट गए और 13 बेपटरी हो गए थे। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए। 5 को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया है।
रेल हादसा गुरुवार दोपहर 2ः47 बजे गोंडा-गोरखपुर रेलमार्ग पर पिकौरा गांव के पास हुआ। रेल संरक्षा आयुक्त जांच कर रहे हैं।
रेलवे ने मृतकों के परिजन 10-10 लाख व गंभीर घायलों को ढाई-ढाई लाख की आर्थिक सहायता का एलान किया है।
दुर्घटना के 3 मृतकों में से दो की पहचान हुई है। ये हैं – बिहार के अररिया के सरोज कुमार सिंह और चंडीगढ़ के राहुल।
हादसे से कारण रेल यातायात प्रभावित रहा। करीब 12 ट्रेनों के रूट में परिवर्तन किया गया है।
लोको पायलट का बयान
मैंने अचानक धमाके की आवाज सुनी, तो इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। इसके बाद डिब्बे पटरी से उतर गए। हालात देख सहायक रेल चालक गौरव की भी तबीयत खराब हो गई, जिन्हें अस्पताल भेजा गया। – त्रिभुवन, ट्रेन के लोको पायलट
ममता बनर्जी ने सरकार पर कसा तंज
रेल हादसा दुखद है। केंद्र सरकार यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा है। लगातार ट्रेन दुर्घटनाएं हो रही हैं। सरकार को आखिर कब होश आएगा? केंद्र सरकार क्या कर रही है? – ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल