इंटरनेट मीडिया पर चली चर्चा प्यार में बदली तो नाबालिग शादी की जिद पर अड़ी, फिर ऐसे दी समझाइश
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से मिली थी मामले की शिकायत।
महिला बाल विकास विभाग की टीम ने लड़की को समझाइश।
समझाइश के बाद मानी शादी के स्थान पर सगाई कर दी गई।
एमपी,इंदौर। इंटरनेट मीडिया पर कुछ महीने तक हुई बातचीत के बाद 17 वर्ष छह माह की नाबालिग 22 वर्ष के युवक से शादी की जिद पर अड़ गई। माता-पिता नहीं माने तो खुद ही प्रेमी के साथ मिलकर शादी की तैयारी कर ली। बाल विवाह की सूचना चाइल्ड हेल्प लाइन पर मिलने के बाद महिला-बाल विकास विभाग की टीम समझाइश देने पहुंची। समझाइश के बाद तय हुआ कि विवाह छह माह बाद लड़की के बालिग होने के बाद होगा। उस समय तक उन पर पुलिस द्वारा नजर रखी जाएगी।
विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया ने बताया कि लाला का बगीचा में सोमवार को होने वाले विवाह को लेकर लाडो अभियान कोर ग्रुप सदस्य महेंद्र पाठक के नेतृत्व में एक टीम भेजी गई। साथ में किशोर पुलिस इकाई और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी पहुंचे। उन्होंने लड़की की आयु के प्रमाण देखे। अंकसूची के अनुसार उसका जन्म दिसंबर 2006 में हुआ है। इसके अनुसार वर्तमान में आयु 17 वर्ष छह माह हो रही है।
स्वजन को समझाइए देने पर उन्होंने कहा कि वे अभी शादी करना नहीं चाहते हैं, लेकिन लड़की ने विश्वास के साथ कहा कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से शादी कर रही है। इसके बाद उसे बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की जानकारी देते हुए कहा कि जब तक उसकी उम्र 18 वर्ष पूर्ण नहीं हो जाती, यह विवाह मान्य नहीं हो सकता है।
कम उम्र में शादी करने पर अधिनियम के तहत युवक के साथ ही दोनों पक्ष के माता-पिता और विवाह में शामिल होने वाले मेहमानों पर भी कार्रवाई होगी। ऐसे में शादी करने वाले युवक को जेल की सजा हो सकती है। यह बात लड़की की समझ में आ गई और उसने छह माह बाद शादी करने का विश्वास दिलाते हुए सगाई की रस्म पूरी करने की तैयारी की।