हाईटेक हुआ बस्तर! धमतरी से जगदलपुर के बीच बनेगी एलिवेटेड रोड, करोड़ों रुपए में बनकर होगा तैयार
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम अरुण साव ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की मांग की थी। इसके बाद ही डीपीआर की लंबित प्रक्रिया को पूरा कर फंड मंजूर किया गया।
Raipur: धमतरी से जगदलपुर के बीच बनने वाले फोरलेन का डीपीआर तैयार हो गया है। इसके साथ ही केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट के लिए दो हजार करोड़ से ज्यादा की राशि भी मंजूर कर दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम अरुण साव ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की मांग की थी। इसके बाद ही डीपीआर की लंबित प्रक्रिया को पूरा कर फंड मंजूर किया गया। छत्तीसगढ़ में दो सडक़ों के लिए मंजूरी मिली है।
पहली सडक़ धमतरी-जगदलपुर तो वहीं दूसरी रायपुर से बलौदाबाजार है। दोनों सडक़ों के लिए कुल 3300 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। जिसमें से 2 हजार करोड़ से ज्यादा धमतरी-जगदलपुर के लिए मंजूर हुए हैं। बताया जा रहा है कि जिस तरह से रायपुर से धमतरी के बीच एलिवेटेड रोड बनाई गई है उसी तरह से धमतरी से आगे जगदलपुर तक भी एलिवेटेड रोड ही बनाई जाएगी। इस तकनीक में सडक़ का एक बड़ा हिस्सा ऊंचाई पर रन करना है। इस प्रोजेक्ट में एक खास बात यह भी है कि केशकाल घाट के लिए 11 किमी का पूरा फ्लाईओवर बनाने की तैयारी है।
4 से 5 घंटे में पूरा हो जाएगा रायपुर तक का सफर
रायपुर से धमतरी के बीच बनी एलिवेटेड सडक़ की वजह से दोनों शहरों के बीच का सफर 1 घंटे में पूरा हो रहा है। पहले इसमें दो से ढाई घंटे का वक्त लगता था। जानकार बता रहे हैं कि ठीक इसी तरह की सडक़ बनती है और केशकाल घाट का समाधान निकाल लिया जाता है तो जगदलपुर से रायपुर पहुंचने में सिर्फ चार से पांच घंटे का वक्त लगेगा। डीपीआर रिपोर्ट में इसी वजह से केशकाल में 11 किमी का फ्लाइओवर बनाने का निर्णय लिया गया है। ऐसा होने पर घाट चढ़े बगैर ही फ्लाइओवर से वाहन ऊपर पहुंच जाएंगे।
कांकेर और कोण्डागांव के बायपास पर भी होगा काम
अभी रायपुर से धमतरी के बीच 80 किमी की सडक़ बन चुकी है। इसके आगे धमतरी से जगदलपुुर के बीच 220 किमी का काम होना है। रायपुर से धमतरी के बीच जो सडक़ बनी है उसे पूरा होने में करीब 7 साल लग गए थे। जबकि दूरी 80 किमी ही थी। ऐसे में 220 किमी की लंबी दूरी पर जल्द से जल्द काम पूरा करना भी विभाग के लिए चुनौती होगी। इस बीच केशकाल घाट की बड़ी बाधा भी है।
बताया जा रहा है कि अभी कांकेर में जो बायपास है उसे नए डीपीआर के मुताबिक डेवलप किया जाएगा। इसके साथ ही कोण्डागंव में लंबित बायपास के काम को भी इसी के अनुसार आगे बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा और भी कई ऐसे काम होंगे जिससे सफर आसान हो और समय कम लगे। बताया जा रहा है कि इस बीच कई जगहों पर छोटे फ्लाईओवर भी बनेंगे ताकि सडक़ भीड़भरे इलाके के बीच से ना गुजरे। रायपुर से धमतरी के बीच ऐसे कई छोटे फ्लाईओवर बनाए गए हैं।