आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को सुगंधित धान उगाने के लिए करेगी सरकार जागरूक: विष्णु देव साय :

 आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को सुगंधित धान उगाने के लिए करेगी सरकार जागरूक: विष्णु देव साय  :

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

रायपुर,, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सुगंधित और महीन धान की किस्मों के उत्पादन के लिए उन्हें जागरूक करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि लोकसभा चुनाव के सिलसिले में लगायी गयी आचार संहिता की अवधि समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री साय ने आज से विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक लेनी शुरू कर दी।

उन्होंने बताया कि बैठकों की शुरुआत कृषि और उद्यानिकी विभाग की समीक्षा से हुई। बैठक में कृषि विकास, किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री रामविचार नेताम भी मौजूद थे।

 

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा,‘‘ हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता खेती-किसानी की बेहतरी है। किसानों को खेती-किसानी में सहुलियतें प्रदान करने के लिए खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए तथा भण्डारण और वितरण की स्थिति की लगातार निगरानी की जाए।’’

 

अधिकारियों ने बताया कि साय ने किसानों की अधिक आमदनी के लिए राज्य में सुगंधित और महीन धान की किस्मों के उत्पादन के लिए उन्हें जागरूक करने का निर्देश दिया है।

 

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सुगंधित धान की लगभग दो सौ किस्में हैं जिनकी बाजार में अच्छी मांग है। उन्होंने कहा कि इन किस्मों का विदेशों में निर्यात भी किया जा सकेगा, फलस्वरूप किसानों की आमदनी बढ़ेगी।

 

साय ने उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने का निर्देश देते हुए कहा कि जशपुर जिले में आम, लीची, कटहल का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। उनका कहना था कि चाय का उत्पादन भी प्रारंभ हुआ है और इनकी प्रसंस्करण इकाई की स्थापना भी की जाए।

 

मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी विभाग की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि उद्यानिकी फसलों के प्रति किसानों को जागरूक किया जाए।

 

उन्होंने कहा कि फूलों की मांग को ध्यान में रखते हुए राज्य में फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जाए। साय ने सोयाबीन, सेब, पॉम ऑयल, चाय की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि फसल चुनते समय क्षेत्र की जलवायु के आधार पर निर्णय लें।

 

अधिकारियों ने बताया कि बैठक में जानकारी दी गई कि उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में ‘सेंटर फॉर एक्सिलेंस’ की स्थापना की जाएगी।