सुकमा के रास्‍ते छत्‍तीसगढ़ में हुई मानसून की एंट्री, जानिए रायपुर में कब देगा दस्‍तक

 सुकमा के रास्‍ते छत्‍तीसगढ़ में हुई मानसून की एंट्री, जानिए रायपुर में कब देगा दस्‍तक

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

सुकमा में अटका मानसून, रायपुर पहुंचने में अभी विलंब

रायपुर में 16 जून से पहले तो प्रवेश करेगा मानसून

 

 

रायपुर। दक्षिण पश्चिम मानसून देशभर में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आकर यह ठहर सा गया है। इसकी वजह से मानसून रायपुर में अपनी आदर्श स्थिति यानी कि 16 जून से पहले तो प्रवेश करेगा, लेकिन निश्चित तिथि बताने में मौसम विज्ञानी भी नाकाम साबित हो रहे हैं।

मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार शुरूआत में जिस तरीके की रफ्तार देखने को मिल रही थी, उस हिसाब से इसके दो से तीन दिनों में दक्षिण में पूरी तरह से छाने के बाद अगले कुछ दिनाें में ही रायपुर पहुंचने के आसार थे, लेकिन सुकमा में इसके ठहरने की वजह से ऐसी स्थिति नहीं बनती दिखाई दे रही है।

 

सोमवार को कैसा रहेगा मौसम

इसी बीच सोमवार को प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं, जिसमें दक्षिणी छत्तीसगढ़ के जिले शामिल हैं। लेकिन उत्तर व मध्य छत्तीसगढ़ में आज भी गर्मी की स्थिति बनी रहेगी। इसी बीच रविवार की देर शाम राजधानी का मौसम बदला और खंड वर्षा के साथ तेज अंधड़ भी देखने को मिली।

कुछ हिस्सों में आधे घंटे तक अच्छी बारिश के साथ 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चली, जिसमें डिवाइडरों पर लगाए खंभे तक गिर गए। वहीं, कुछ लाेगों के घरों की छत उड़ गई और कई हिस्सों में पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई। हालांकि इस अंधड़ की वजह से कोई जन हानि नहीं हुई।

अभी भी तप रहा उत्तरी हिस्सा

एक तरफ प्री मानसून की वर्षा प्रदेश के दक्षिणी और मध्य के हिस्सों में देखने को मिल रही है, लेकिन उत्तरी छत्तीसगढ़ अब भी तप रहा है। रविवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान बलरामपुर में 42.7 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस पेंड्रा रोड में रहा।

वहीं, प्रदेश में कई जगहों पर मध्यम से भारी वर्षा भी दर्ज की गई। जिसमें पेंड्रा रोड में नौ सेमी, बिल्हा, मस्तूरी, बगीचा में तीन सेमी, जांजगीर, पेंड्रा, घरघोड़ा, गुरूर और चारामा में दो सेमी, प्रतापपुर, बोड़ला और बिलासपुर में एक सेमी वर्षा दर्ज की गई।

 

यह बन रहा है सिस्टम

दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा हरनाई, बारामती, निजामाबाद, सुकमा, मलखानगिरी, विजयनगरम और इस्लामपुर है। दक्षिण पश्चिम मानसून के मध्य अरब सागर के शेष भाग, महाराष्ट्र के कुछ और भाग और तेलंगाना में अगले दो-तीन दिनों में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण बिहार के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।

 

एक विंड शियर जोन 18 डिग्री उत्तर में 3.1 से 7.6 किमी तक विस्तारित है। इसकी वजह से प्रदेश में सोमवार को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इसी बीच 13 जून तक अधिकतम तापमान में वृद्धि का क्रम बना रहेगा।

 

भ्रष्टाचार की परतें भी खोल रही प्री मानसून की वर्षा

 

प्री मानसून की वर्षा से प्रशासन की भ्रष्टाचार की परतें भी खुलती हुई दिखाई दे रही हैं। हालात ऐसे हैं कि केनाल रोड पर तेलीबांधा से लेकर फुंडहर चौक तक लगवाए गए स्ट्रीट लाइट के खम्भे हवा का झोंका नहीं झेल पाए और धराशायी हो गए। वहीं, अमलीडीह में होर्डिंग गिरने के साथ ही पोस्टर बैनर भी फटकर सड़कों पर बिखरे रहे।

 

जानिए, पिछले दस वर्षों में मानसून प्रवेश की तिथियां

 

वर्ष-जगदलपुर-रायपुर

 

2014-19 जून-19 जून

 

2015-13 जून-15 जून

 

2016-18 जून-19 जून

 

2017-14 जून-21 जून

 

2018-8 जून-26 जून

 

2019-15 जून-21 जून

 

2020-11 जून-12 जून

 

2021-10 जून-13 जून

 

2022-13 जून-16 जून

 

2023-21 जून-21 जून

 

2024-13 जून-16 जून (अनुमानित)