प्यार पर बंदिश लगती नजर आई तो घर से भागकर युवक-युवती ने कर ली खुदकुशी

 प्यार पर बंदिश लगती नजर आई तो घर से भागकर युवक-युवती ने कर ली खुदकुशी

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

 

शिवपुरी जिले के मनपुरा गांव की घटना।

 

दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे और परिवार उनके इस प्रेम पर बंदिश लगाने का प्रयास कर रहे थे।

दोनों के ऊपर परिवार का दबाव ज्यादा बढ़ गया तो दोनों शनिवार को अचानक घर से गायब हो गए।

परिवारवालों ने न गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज करवाई और न ही शवों को देखने के लिए गए।

 

 

मध्य प्रदेश शिवपुरी। भौंती थानांतर्गत ग्राम मनपुरा से शनिवार को लापता हुए युवक-युवती की लाश मंगलवार को गांव के बाहर एक कुएं में मिली। पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना के बाद कुएं से शव निकलवाकर पोस्टमार्टम बाद मर्ग कायम कर लिया है। युवक-युवती लंबे समय से एक दूसरे को पसंद करते थे और परिवार उनके इस प्रेम पर बंदिश लगाने का प्रयास कर रहे थे।

इसी कारण उन्होंने घर से भागकर आत्महत्या करने का कदम उठाया है। जानकारी के अनुसार मनपुरा गांव निवासी निर्मला पुत्री राजू आदिवासी उम्र 18 साल एवं आकाश पुत्र दशरथ लोधी उम्र 19 साल एक दूसरे को पसंद करते थे। दोनों के बारे में गांव के कई लोगों को पता भी चल गया था।

 

इसी के चलते घर वाले उन दोनों को डांट-फटकार भी लगाते थे और इस प्रेम को सामाजिक दृष्टि से भी बेमेल बताते थे। जब दोनों के ऊपर परिवार का दबाव ज्यादा बढ़ गया तो दोनों शनिवार को अचानक घर से गायब हो गए।

 

चार दिन बाद मंगलवार को जब गांव के चरवाहे जंगल की तरफ अपने मवेशी लेकर गए तो बाग वाले कुएं में उन्हें दोनों की लाश नजर आई। गांव वालों ने सरपंच को इस बात की सूचना दी जिसके बाद मौके पर भौंती पुलिस को बुलवाकर शवों को बाहर निकलवाया। दोनों की पहचान लापता निर्मला और आकाश के रूप में की गई। पुलिस ने शवों का पोस्टमाटर्म करवाकर मर्ग कायम कर लिया है।

 

 

न गुमशुदगी दर्ज करवाई, न शव देखने आए स्वजन

शनिवार को जब आकाश और निर्मला घर से गायब हुए तो स्वजन ने गांव में ही इधर उधर उन्हें तलाश किया, लेकिन जब दोनों नहीं मिले तो स्वजन को इस बात का अंदेशा हो गया कि दोनों एक साथ घर से भागे हैं। इसी के चलते दोनों ही परिवारों में से किसी ने मामले की सूचना थाने में देना तक मुनासिब नहीं समझा।

 

इतना ही नहीं मंगलवार को जब दोनों के शव कुएं में उतराते हुए मिलने की सूचना स्वजन को दी गई तो दोनों ही परिवारों के लोग करीब दो घंटे तक घटना स्थल पर शव देखने तक नहीं पहुंचे। बाद में पुलिस अधिकारियों ने समझाकर लड़के के पिता को बुलवाया। लड़की का पिता तो तब भी नहीं आया, लड़की के अन्य रिश्तेदार पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे।

 

पुलिस मामले की जांच इस एंगल से भी कर रही है कि कहीं दोनों को जबरन तो कुएं में नहीं धकेला गया या फिर मारकर तो कुएं में नहीं फेंका गया है।

 

लड़की के स्वजन कर रहे थे दादी की तेरहवीं की तैयारी

बताया जा रहा है कि लड़की निर्मला आदिवासी की दादी की उसके घर से भागने से कुछ दिन पहले ही मृत्यु हुई थी। ऐसे में मंगलवार को उसकी तेरहवीं का आयोजन था। निर्मला के स्वजन को जब कुएं में बेटी का लाश मिलने की सूचना मिली, तब वह उसकी दादी की तेरहवीं की तैयारी कर रहे थे।