छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में सुबह से वोटिंग, पहले चरण के लिए कड़ी सुरक्षा

 छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में सुबह से वोटिंग, पहले चरण के लिए कड़ी सुरक्षा

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

देश की 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र का उत्सव का मनाने के लिए तैयार हो चुका है। 2 सालों की मेहनत के बाद वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लाखों मतदाता घरों से निकलकर प्रत्याशियों के भविष्य तय करेंगे।

 

 

बस्तरः देश के साथ छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र के सबसे त्योहार यानि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के दौरान बस्तर जिले में वोटिंग होना है। इस नक्सल प्रभावित इलाके में निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, सुलभ और प्रलोभन मुक्त चुनाव कराने के लिए अपने आदेश को दोहराया है।

 

 

लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को लेकर कहा है कि यह समय मतदाताओं के सही कदम उठाने का अवसर है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं से घर से बाहर निकल कर पूरी ईमानदारी से वोट करने के साथ अपने मताधिकार के उपयोग करने की अपील की है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में छत्तीसगढ़ की 1 सीट पर वोटिंग होना है। इसके लिए 11 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं।

 

 

8 विधानसभा में होगी वोटिंग

बस्तर लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस सीट पर आठ विधानसभा क्षेत्र है। इनमें कोंडागांव, नारायणपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। वहीं, जगदलपुर और बस्तर विधानसभा में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक मतदान होना है।

 

 

 

11 प्रत्याशी आजमा रहे है अपना भाग्य

बात करें बस्तर लोकसभा सीट की तो लोकतंत्र के इस उत्सव में 11 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कवासी लखमा और बीजेपी के कैंडिडेट महेश कश्यप के बीच होने वाला है। इस लोकसभा सीट पर 14 लाख 72 हजार से अधिक मतदाता अपना वोट डालेंगे।

 

 

 

सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम

लोकसभा चुनाव के लिए यहां की 8 विधानसभा सीटों पर 1961 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही यह इलाका नक्सल प्रभावित है। इसलिए संवेदनशील मतदान केंद्रों पर हेलीकॉप्टर की मदद से मतदान दलों को पहुंचाया गया है। इसके साथ ही दिव्यांगों की सुविधा के लिए दिव्यांग केंद्र बनाया गया है। इसके साथ ही दिव्यांगों को मतदान दिलाने के लिए दिव्यांग रथ चलाए जाएंगे। इतना ही मतदान केंद्रों पर गर्मी को देखते हुए छांव के साथ पेयजल की व्यवस्था की गई है।