महाराष्ट्र में बंधक बने चार श्रमिकों की वापसी, आज पहुंच जाएंगे स्वजन के पास
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग सक्रिय रूप बंधकों को छुड़वाने के लिए प्रति सार्थक कदम उठा रहा था।
अंबिकापुर। महाराष्ट्र के ठाणे में बंधक बने चार श्रमिक रविवार को रायपुर पहुंच जाएंगे।सूरजपुर जिला प्रशासन ने श्रमिकों को वापस लाने में पहल की। सोमवार को सभी श्रमिक अपने गांव वापस लौट जाएंगे। नईदुनिया ने श्रमिकों के स्वजन से मिली जानकारी तथा भाग कर पहुंचे श्रमिक से चर्चा के आधार पर खबर का प्रकाशन किया था। खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन ने त्वरित पहल की। सूरजपुर जिला प्रशासन की पहल से महाराष्ट्र के ठाणे जिला में कल्याण के पास स्थित मुरबाड़ गांव से सूरजपुर जिले के चार बंधकों को सफलता पूर्वक मुक्त कर लिया गया है।
सूरजपुर के भैयाथान विकासखंड के गांव सांवारवां और परसिया के चार ग्रामीणों को बेहतर आजीविका का प्रलोभन देकर बोरवेल कंपनी “रॉक ड्रिलर” द्वारा महाराष्ट्र के मुरबाड़ गांव में बंधक बनाकर कार्य लिया जा रहा था। आरोप है कि चार महीने से उन्हें वहां बंधक बनाकर रखा गया था। इसकी सूचना कलेक्टर रोहित व्यास को मिलने पर श्रम विभाग और पुलिस को अग्रिम पहल करने का निर्देश दिया था। श्रम विभाग ने प्रकरण की पूरी जानकारी पुलिस को मुहैया कराई। इसके पश्चात पुलिस विभाग ने भी तत्परता के साथ अग्रिम कार्रवाई की।
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग सक्रिय रूप बंधकों को छुड़वाने के लिए प्रति सार्थक कदम उठा रहा था। जिसमें महाराष्ट्र के जिला ठाणे के कलेक्टर अशोक सिंगारे और एडिशनल ट्राईबल कमिश्नर दीपक कुमार के सहयोग से भैयाथान के बंधवा मजदूरों को मुक्त कराया गया। इसके साथ ही बंधक बनाने वाले सभी षड्यंत्र कारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 504,34 व बंधक श्रमिक अधिनियम के तहत 16,17,18 और बाल श्रमिक प्रतिबंध एवं विनियमन की धारा 14 के तहत अपराध कायम कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। भैयाथान के ग्राम सावंरावां के इंद्रपाल, विकेश और ग्राम परसिया के बादल व मनबोध रविवार को ठाणे रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं और सोमवार तक अपने परिवार के पास सकुशल पहुँच जाएंगे।