सफल लैंडिंग के बाद त्रिची एयरपोर्ट पर मना जश्न, यात्री बोले – पायलट को सलाम

 सफल लैंडिंग के बाद त्रिची एयरपोर्ट पर मना जश्न, यात्री बोले – पायलट को सलाम

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

त्रिची हवाईअड्डे पर हुई थी विमान की इमरजेंसी लैंडिंग

विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में आई तकनीकी खामी

ढाई घंटे तक हवा में चक्कर लगाता रहा AI का विमान

 

 

त्रिची । एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान एएक्सबी 613 ने शुक्रवार शाम 5.40 बजे शाहजाह के लिए उड़ान भरी थी। शाम 6:05 बजे पूर्ण आपातकाल घोषित किए जाने के बाद रात 8:15 बजे विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई।

 

लैंडिंग से पहले किसी तरह की आशंका से निपटने की तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। 20 एंबुलेंस और 18 दमकल गाड़ियां तैनात की गई थीं। सुरक्षित लैंडिंग के बाद सभी ने राहत की सांस ली। जैसे ही विमान सुरक्षित उतर गया, त्रिची एयरपोर्ट पर जश्न का माहौल बन गया। हर कोई एक दूसरे को बधाई दे रहा था।

वहीं यात्रियों की भी जान में जान आई। यात्रियों ने पायलट, को-पायलट और चालक दल के अन्य सदस्यों की तारीफ की। यात्रियों ने कहा कि पायलट को सैल्यूट है।

 

जानिए विमान को क्यों लगाना पड़े आसमान में चक्कर

इमरजेंसी लैंडिंग के केस सामने आते रहते हैं, लेकिन एयरपोर्ट पर उतरने से पहले इस विमान का करीब ढाई घंटे तक आसमान पर मंडराते रहने चर्चा का विषय रहा। इसके पीछे का कारण एक्सपर्ट ने बताया।

बोइंग के वरिष्ठ पायलट के मुताबिक, बोइंग 737 जैसे विमानों में ईंधन छोड़ने का विकल्प नहीं होता है। इसलिए इस मामले में विमान को ईंधन जलाने और कुल वजन कम करने के लिए चक्कर लगाना पड़ा।

अब तक की पड़ताल के मुताबिक, त्रिची एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद शारजाह जा रहे इस विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में परेशानी का पता चला। इस कारण लैंडिंग गियर में खराबी आ गई।

जानकारी मिलने पर पायलट ने विमान को वापस त्रिची एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट कर दिया। एयरपोर्ट की लंबाई को ध्यान में रखते हुए वजन कम करना जरूरी थी। इसी कारण हवा में चक्कर काटकर ईंधन कम किया गया

 

 

सरकार ने दिए जांच के आदेश

विमानन नियामक डीजीसीए को मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है, ताकि घटना के पीछे का वास्तविक कारण पता चल सके। एयर इंडिया एक्सप्रेस को यात्रियों को आगे की यात्रा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सहित सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने की सलाह दी गई है। – किंजरापु राम मोहन नायडू, नागरिक उड्डयन मंत्री

 

एयरपोर्ट डायरेक्टर गोपालकृष्णन के अनुसार, इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एयरपोर्ट पर 20 एंबुलेंस और 18 दमकल की गाड़ियां तैनात की गई थी। गनीमत रही कि लैंडिंग सुरक्षित रही।