क्या भारत में बैन होगा Telegram? जांच एजेंसियों के रडार पर कंपनी, वसूली और जुआ के आरोप
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
जांच एजेंसियों के रडार पर कंपनी, वसूली और जुआ के आरोप
क्रिमिनल एक्टिविटीज के आरोप को लेकर भारत सरकार टेलीग्राम को लेकर जांच कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर ये जांच में दोषी पाया जाता है, तो इस पर बैन तक लग सकता है.
नई दिल्ली. पॉपुलर मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम (Telegram) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. दरअसल, भारत सरकार क्रिमिनल एक्टिविटीज को लेकर टेलीग्राम की जांच कर रही है. इनमें जबरन वसूली और जुआ जैसे मामले शामिल हैं. एक सरकारी अधिकारी ने हमारे सहयोगी कंपनी मनीकंट्रोल को इस बारे में बताया है.
अधिकारी के मुताबिक, जांच के नतीजों में अगर इन मामलों की पुष्टि होती है तो सरकार इस मैसेजिंग ऐप पर बैन लगा सकती है. कंपनी के 39 साल के फाउंडर और सीईओ पावेल डुरोव की 24 अगस्त को पेरिस में गिरफ्तारी के बाद यह मामला सामने आया है. उन्हें ऐप की मॉडेरेशन पॉलिसी को लेकर गिरफ्तार किया गया है. खबरों के मुताबिक, उन्हें ऐप पर क्रिमिनल एक्टिविटीज को रोकने में नाकाम रहने पर हिरासत में लिया गया.
टेलीग्राम पर लग सकता है बैन
सरकारी अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर मनीकंट्रोल को बताया, “इंडियन साइबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MeitY) टेलीग्राम पर P2P कम्युनिकेशन की जांच कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय और MeitY की तरफ से की जा रही जांच में जबरन वसूली और जुआ जैसी क्रिमिनल एक्टिविटीज पर खास नजर रखी जा रही है. अधिकारी ने इस संभावना से इनकार नहीं किया कि इस प्लेटफॉर्म को ब्लॉक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी सामने आएगा, उसके आधार पर फैसला लिया जाएगा.
इंडिया में 50 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स
टेलीग्राम के भारत में 50 लाख रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. मनीकंट्रोल ने इस बारे में टेलीग्राम से जानकारी मांगी है. कंपनी का जवाब मिलने पर यह खबर अपडेट की जाएगी.