22 जुलाई से लगेगा सावन माह, भक्तों को 40 मिनट में होंगे भगवान महाकाल के दर्शन
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
सावन माह में देश-विदेश से हजारों भक्त भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचेंगे। –
हर रविवार को रात 2.30 बजे होगी भस्म आरती
बाकी दिनों में रोज रात 3 बजे होगी भस्म आरती
हर सोमवार को निकलेगी प्रभु महाकाल की सवारी
उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 22 जुलाई से सावन मास की शुरुआत होगी। राजाधिराज महाकाल भक्तों के लिए आम दिनों की अपेक्षा एक से डेढ़ घंटा पहले जागेंगे। प्रत्येक रविवार को रात 2.30 बजे तथा सोमवार से शनिवार तक रात तीन बजे मंदिर के पट खुलेंगे। इसके बाद भगवान महाकाल की भस्म आरती होगी।
हर शनिवार को होगा सावन महोत्सव
मंदिर की परंपरा अनुसार, सावन-भादो मास में हर सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकलेगी। प्रत्येक शनिवार को सावन महोत्सव का आयोजन होगा। नौ अगस्त को नागपंचमी महापर्व मनेगा। इस दौरान देश-विदेश से हजारों भक्त भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचेंगे।
दर्शन व्यवस्था के व्यापक इंतजाम
मंदिर समिति द्वारा भक्तों के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। दावा है कि इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं को अधिकतम 40 से 45 मिनट में भगवान के सुविधा से दर्शन होंगे।
सावन-भादो मास में सवारी कब-कब
22 जुलाई : पहली सवारी
29 जुलाई : दूसरी सवारी
05 अगस्त : तीसरी सवारी
12 अगस्त : चौथी सवारी
19 अगस्त : पांचवी सवारी
26 अगस्त : छठी सवारी
02 सितंबर : शाही सवारी