18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू, सबसे पहले पीएम मोदी ने ली सांसद पद की शपथ

 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू, सबसे पहले पीएम मोदी ने ली सांसद पद की शपथ

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

24 जून से 4 जुलाई तक चलेगा सदन का मानसून सत्र
इस बार सदन में बढ़ी है विपक्षी सदस्‍यों की संख्‍या
28 जून के बाद सदन की नियमित कार्यवाही होगी शुरू

नई दिल्ली। आज से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरु हो गया है। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को शपथ दिलाई। वहीं अब सदन में लोकसभा सदस्‍यों के शपथ ग्रहण का दौर जारी है। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद पद की शपथ ली। इसके बाद अब मं‍त्रीपरिषद और सदन के अन्‍य सांसद पद की शपथ ले रहे हैं।

सत्र से पहले पीएम ने किया संबोधित
सांसदों के शपथ ग्रहण से पूर्व पीएम मोदी ने कहा कि ‘संसदीय लोकतंत्र में आज का दिन गौरव मय है,यह वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद में यह शपथ हो रहा है, अब तक ये प्रक्रिया पुराने संसद में होती थी। आज के इस महत्वपूर्ण दिन पर मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत करता हूं सबका अभिनंदन करता हूं और सबको शुभकामनाएं देता हूं।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘संसद का ये गठन भारत के सामान्य मानवी के संकल्पों की पूर्ति का है। नए उमंग नए उत्साह के साथ नई गति प्राप्त करने के लिए ये अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है। श्रेष्ठ भारत के निर्माण और विकसित भारत का लक्ष्य ये सारे सपने लेकर आज 18वीं लोकसभा का प्रारंभ हो रहा है। विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया।’

आपातकाल को किया याद

पीएम मोदी ने इस दौरान आपातकाल को याद करते हुए कहा कि ‘कल 25 जून हैं। जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा से समर्पित हैं, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं, उनके लिए 25 जून न भूलने वाला दिवस है। कल 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं।’

पीएम ने कहा कि ‘भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी की संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था, भारत को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था। इमरजेंसी के ये 50 साल इस संकल्प के हैं कि हम गौरव के साथ हमारे संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी ये संकल्प करेंगे कि भारत में फिर कभी कोई ऐसी हिम्मत नहीं करेगा, जो 50 साल पहले की गई थी और लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा दिया गया था।’

26 जुलाई को होगा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव 26 जून को होगा। इसके बाद 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सदन के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। वहीं 28 जून से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। दो अथवा तीन जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल सकते हैं।

प्रधानमंत्री भी लेंगे शपथ
प्रोटेम स्पीकर द्वारा सबसे पहले पीएम मोदी को शपथ दिलाई जाएगी इसके बाद मंत्री परिषद के सदस्य सांसद पद की शपथ लेंगे। वहीं यह प्रक्रिया हो जाने के बाद सदन के अन्य सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी।

प्रोटेम स्पीकर को लेकर विवाद
गौरतलब है कि विपक्ष सत्ता पक्ष के सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाने का विरोध कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि सदन में कई अन्य भी वरिष्ठ सदस्य थे जिन्हें नियमों के तहत प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इसी नाराजगी के चलते सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए I.N.D.I.A. ब्लॉक के सांसद स्पीकर की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।

मजबूत दिखेगा विपक्ष
बीते 10 सालों से लोकसभा में सिमटा दिख रहा विपक्ष इस बार संसद में मजबूत दिखेगा। इस बार विपक्षी सांसदों की सदस्य संख्या 234 से इनमें से 99 सदस्य कांग्रेस के हैं, जबकि सत्ता पक्ष के सदस्यों की संख्या 293 है, जिनमें भाजपा के 240 सदस्य होंगे।

पेपर लीक को लेकर छिड़ा है विवाद
देशभर में नीट यूजी और यूजीसी नेट परीक्षा के पेपर लीक मामले को लेकर सियासत जारी है, वहीं सदन में भी विपक्ष इसको लेकर सरकार पर आक्रामक दिखे सकता है। इसके साथ ही प्रोटेम स्पीकर को लेकर भी विपक्ष सदन में सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।