देश में अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश, किसानों की चिंता बढ़ी
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
कहीं-कहीं आसमान में बादलों का डेरा होने से तापमान में कमी आई है, लेकिन उमस से लोग परेशान हैं।
अपने निर्धारित समय से पहले केरल पहुंचा था मानसून
आमतौर पर 8 जुलाई तक देशभर में होने लगती है बारिश
IMD के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में धीमी पड़ी मानसून की चाल
नई दिल्ली। देश में समय से पूर्व मानसून के आगमन के बावजूद उत्तर भारत को अब भी बारिश का इंतजार करना पड़ रहा है। चिंता की बात यह है कि देश में अब तक सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
दरअसल, सामान्य तौर पर मानसून दक्षिणी तट पर 1 जून के आसपास दस्तक दे देता है, जिसके बाद धीरे-धीरे देशभर में फैल जाता है। इस दौरान किसान चावल, कपास, सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलें उगाते हैं, लेकिन कम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खड़ी कर दी है।
बता दें कि इन दिनों दक्षिणी राज्यों में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। वहीं, इन क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो देशभर में अब तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। मध्य भारत में सोयाबीन, कपास, गन्ना और दालों का उत्पादन किया जाता है। इन क्षेत्रों में 29 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं ऐसे दक्षिणी क्षेत्र, जहां धान की खेती की जाती है, वहां सामान्य से 17 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज हुई है।
उत्तर-पश्चिम में 68 प्रतिशत कम बारिश
बारिश के मामले में सर्वाधिक उत्तर-पश्चिम क्षेत्र की हालत खराब है। यहां सामान्य से 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पूर्वोत्तर में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है।
पूरे उत्तर में भारत भीषण गर्मी
उत्तर भारत में पिछले एक माह से भी अधिक समय से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। इससे उत्तर प्रदेश में 65 और बिहार में 20 लोग दम तोड़ चुके हैं। वहीं, दस दिन तक से अधिक समय तक इस गर्मी से राहत मिलने का अनुमान नहीं है।