कंगना रनौत ने ऐसा क्या कहा? जिससे BJP ने किया किनारा, मंडी सांसद को दी चेतावनी, इस तरह का बयान ना दें
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बीजेपी ने साफ किया कि कंगना रनौत की तरफ से दिया गया बयान पार्टी का नहीं है. बीजेपी ने कहा कि पार्टी के तरफ से किसी नितिगत विषय पर बोलने के लिए कंगना अधिकृत नहीं हैं. यहां तक कि पार्टी ने कंगना को हिदायत दी है कि आगे इस तरह का बयान ना दें.
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत के उस बयान से असहमति जताते हुए किनारा कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे और वहां बलात्कार तथा हत्याएं हो रही थीं.
भाजपा के केंद्रीय मीडिया विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पार्टी ने मंडी की सांसद को हिदायत भी दी कि वह इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें. एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कंगना ने यह भी कहा था कि तीन विवादास्पद कृषि विधेयकों को वापस ले लिया गया, नहीं तो ‘इन उपद्रवियों’ की बहुत लंबी योजना थी और वे देश में कुछ भी कर सकते थे.
बयान में कहा गया, “भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान, पार्टी का मत नहीं है. भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है. पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं.”
बयान में कहा गया कि भाजपा की ओर से कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें. पार्टी ने कहा, “भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है.”
रनौत ने इस साक्षात्कार में यह भी कहा था कि अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता. भाजपा ने बॉलीवुड अभिनेत्री के बयान को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी कंगना रनौत के बयान से ‘असहमति व्यक्त करती है’. पार्टी ने नीतिगत विषयों पर उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं.