रायपुर-प्रयागराज के बीच जल्द दौड़ेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जानें क्या है इसमें खास?

 रायपुर-प्रयागराज के बीच जल्द दौड़ेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, जानें क्या है इसमें खास?

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

अभी हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत स्लीपर कोच चलाने पर ज्यादा फोकस किया है। इसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की अहम दावेदारी है।

 

रायपुर।रेल पटरी इंफ्राट्रक्चर पर तेजी से काम चल रहा है। माना जा रहा है कि रेलवे का यह अहम रेल प्रोजेक्ट तैयार होने पर रायपुर स्टेशन से होकर अब स्लीपर वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलेगी। क्योंकि ये ट्रेनें देशभर में चलाने का प्लान है। अभी ऐसी 10 ट्रेनें निर्माणाधीन हैं।

 

 

ट्रैफिक रूट के लिए मिलने की काफी उम्मीदें

वहीं औद्योगिक साझेदारी से स्लीपर वंदेभारत ट्रेन के 200 रैक बनाने की दिशा में रेलवे आगे बढ़ा है। इसलिए इस ट्रेन के प्रयागराज जैसे ट्रैफिक रूट के लिए मिलने की काफी उम्मीदें हैं। जिस तरह से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की दोनों प्रमुख रेल लाइनें बिलासपुर से कटनी के बीच 165 किमी तीसरी रेल लाइन तैयार कराने में रेलवे जुटा हुआ है। इसमें से 115 किमी लाइन तैयार हुई है, 50 किमी बनने के बाद इस रेल लाइन पर मालगाड़ी के साथ ही यात्री ट्रेनें की स्पीड बढ़ेगी।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे तेजी से बढ़ रहा आगे

इसी तरह बिलासपुर से झारसुगुड़ा के बीच चौथी लाइन तैयार हो रही है। इसीलिए इन दोनों रेल लाइन पर ज्यादा ब्लॉक लिया लेना पड़ रहा है। रेलवे का ये प्रोजेक्ट पूरा होने पर यात्रियों की आवाजाही तेज गति से होगी। रेल अफसरों का मानना है कि सुगम्य भारत मिशन के तहत स्लीपर कोच की वंदे भारत ट्रेन चलाने की दिशा में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे तेजी से आगे बढ़ रहा है।

 

सांसद ने ली प्रमुख रेल परियोजना की जानकारी

रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ राज्य में रेल परियोजनाओं की जानकारी ली है। उनके अनुसार 37,018 करोड़ की लागत से कुल 2,731 किमी लंबी 25 परियोजनाएं जिसमें 8 नई लाइनें और 17 दोहरीकरण की योजना है। उनका कहना है कि कटनी रूट की तीसरी और झारसुगुड़ा की चौथी लाइन तैयार हो जाने पर रायपुर होकर वंदे भारत स्लीपर कोच की सुविधा यात्रियों को मिलेगी।

संसद में रेल मंत्री के जवाब से उम्मीदें ज्यादा

 

अभी हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत स्लीपर कोच चलाने पर ज्यादा फोकस किया है। इसमें दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की अहम दावेदारी है। उन्होंने लंबी और मध्यम दूरी की यात्रा के लिए 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें पटरी पर उतारने की बात कही है, ये ट्रेनें तैयार हो रही हैं।

पहला प्रोटोटाइप निर्मित हो चुका है और इसका फील्ड ट्रायल किया जाएगा। 200 वंदे भारत स्लीपर रैक प्रौद्योगिकी भागीदारी से तैयार होगा। अभी भारतीय रेल के ब्रॉडगेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर 136 चेयरकार वाली वंदे भारत ट्रेनें की सेवाएं जारी हैं।