प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज करेंगे रीवा एयरपोर्ट का लोकार्पण, भोपाल के लिए शुरू होगी 72 सीटर फ्लाइट
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
रीवा क्षेत्र के 65 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगी सेवा।
उप्र व छग की सीमा से लगे क्षेत्र भी होंगे लाभान्वित।
समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शामिल रहेंगे।
भोपाल। नवनिर्मित रीवा एयरपोर्ट का लोकार्पण रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बनारस से वर्चुअल माध्यम से करेंगे। भोपाल, जबलपुर, खजुराहो, इंदौर और ग्वालियर के बाद रीवा प्रदेश का छठवां एयरपोर्ट है, जिसे डायरेक्टोरेट जनरल आफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने लाइसेंस दिया।
इस एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होने से प्रदेश के 65 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के साथ मध्य प्रदेश को भी अनेक अनूठी सौगातें दी है। विकास की इसी कड़ी में प्रधानमंत्री विंध्य क्षेत्र को एयरपोर्ट की सौगात देने जा रहे हैं।
यहां की जनता को एयरपोर्ट का सीधा लाभ होगा। रीवा एयरपोर्ट सरकार की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत बनाया गया है। एयरपोर्ट को अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
विंध्य की उड़ान को लगेंगे सुनहरे पंख
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब कहते थे कि वह दिन भी अब दूर नहीं, जब हमारे देश के ‘हवाई चप्पल वाले लोग भी हवाई जहाज में उड़ान भरेंगे’ तब विरोधी इसे महज जुमला कहते थे। ऐसे लोगों को आज रीवा आकर देखना चाहिए कि सपना किस तरह यथार्थ के धरातल पर उतरकर चरितार्थ हो रहा है। प्रधानमंत्री चिरप्रतीक्षित रीवा हवाई अड्डे का लोकार्पण करने जा रहे हैं। इससे विंध्य की उड़ान को सुनहरे पंख लगेंगे।
रीवा एयरपोर्ट एक नजर में
450 करोड़ रुपये की लागत।
102 हेक्टेयर भूमि पर निर्मित।
30 मीटर चौड़ा और 800 मीटर लंबा रन-वे।
रन-वे के दोनों ओर 3.5 मीटर के दो शेल्टर।
यात्री और कार्गो विमान भर सकेंगे उड़ान।
भोपाल के लिए 72 सीटर विमान सेवाएं शुरू होंगी।
जनरेटिव एआई की सुविधा एक्सपेरिमेंट के तौर पर उपलब्ध
रीजनल इंडस्ट्रियल कांक्लेव की तैयारियां, सीएम करेंगे संवाद मुख्यमंत्री एयरपोर्ट लोकार्पण के बाद 23 अक्टूबर को आयोजित होने वाली रीजनल इंडस्ट्रियल कांक्लेव के संबंध में रीवा और शहडोल संभाग के उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। रीवा के उद्योगपति मौके पर संवाद में शामिल होंगे। अन्य जिलों के उद्योगपति वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसमें जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री से चुने हुए उद्यमी संवाद करेंगे। संवाद स्थल में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के लिए व्यवस्था भी की गई है।