रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग का नियम बदला, अब यात्रा के 120 दिन पहले बुक नहीं होगा टिकट
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
रेलवे ने किया AI के इस्तेमाल का दावा
30 फीसदी ज्यादा कंफर्म हो रहे टिकट
खाने की क्वालिटी पर भी किया गया सुधार
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। नई व्यवस्था के मुताबिक, यात्रा के 60 दिन पूर्व की टिकट बुक किया जा सकेगा। अब तक 120 दिन पहले से टिकट बुक करने की सुविधा थी। रेलवे ने बदलाव की आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि नई व्यवस्था 1 नंवबर से लागू होगी।
बदलाव के साथ ही रेलवे ने दावा किया है कि टिकट वितरण के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया जाएगा। उम्मीद है कि इससे कंफर्म होने वाले टिकट की संख्या में 30 फीसदी की वृद्धि होगी। यही नहीं, एआई तकनीक वाले कैमरों के साथ भोजन और अन्य सुविधाओं की गुणवत्ता की निगरानी बढ़ रही है।
रेलवे ने क्यों बदला एडवांस टिकट बुकिंग का नियम – IRCTC Ticket Booking New Rule
अधिकारियों के मुताबिक, एडवांस टिकट बुकिंग के नए नियमों का असर पहले से बुक किए गए टिकटों पर नहीं पड़ेगा। साथ ही बताया कि रेलवे को यह बदलाव क्यों करना पड़ा
यह बदलाव इस बात को ध्यान में रखकर किया गया है कि लोग काफी पहले टिकट बुक कर लेते हैं, लेकिन ट्रेनों के रद्द होने की स्थिति में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रेलवे का मानना है कि अग्रिम आरक्षण अवधि को घटाकर 60 दिन करने से कई लाभ होंगे। जैसे- लोग सटीक यात्रा कार्यक्रम बनाएंगे और बेहतर योजना के बाद टिकट बुक करेंगे।
रेलवे (Indian Railways) को उम्मीद है कि इन निर्णय से टिकट कैंसिलेशन में भी कमी आएगी। 120 दिन के नियम के कारण लंबी वेटिंग लिस्ट होती थी और दलाल इसका फायदा उठा रहे थे।
AI की मदद से हाईटेक हो रहा रेलवे
इस बीच, भारतीय रेलवे अपने सिस्टम और प्रोसेस में सुधार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग तेजी से बढ़ा रहा है। रेलवे ने भोजन की गुणवत्ता की निगरानी के लिए एआई- तकनीक वाले कैमरे पहले ही लागू कर दिए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते दिनों कहा था कि रेलगाड़ियों की व्यस्तता की जांच के लिए हमने जिस एक मॉडल का इस्तेमाल किया था, उससे कन्फर्म टिकटों की दर में 30% से अधिक की वृद्धि हुई थी।
एआई मॉडल ट्रेन के रवाना होने के चार घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार होने के बाद डेटा का विश्लेषण करता है और सीट की उपलब्धता की भविष्यवाणी करता है।