जनरल कोच और स्लीपर वाली अलग-अलग वंदे भारत ट्रेन चलेगी… मिलेगा आरामदायक सफर

 जनरल कोच और स्लीपर वाली अलग-अलग वंदे भारत ट्रेन चलेगी… मिलेगा आरामदायक सफर

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

जनरल कोच की अलग वंदे भारत ट्रेन होगी

अलग वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलाई जाएगी

रेलवे विभाग 3200 कोच कर रहा तैयार

नई दिल्ली। रेलवे यात्रियों के लिए सुविधाओं में कई बदलाव कर रहा है। इसी कड़ी में अब वंदे भारत को जनरल कोच से जोड़ने की योजना है। इसके लिए अलग से ट्रेन चलाई जाएगी। साथ ही वंदे भारत ट्रेन से एसी और स्लीपर कोच भी जोड़े जा रहे हैं।

रेलवे ने इसके लिए प्रस्‍ताव तैयार कर लिया है और अब रेलवे बोर्ड और क्षेत्रीय रेलवे के बीच इसको लेकर विचार चल रहा है। रेल मंत्रालय की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद इस योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा।

 

क्या फायदा होगा

वंदे भारत ट्रेन में ये सुविधाएं जोड़ने के बाद आरक्षित कोचों में वेटिंग और अनधिकृत यात्रियों की भीड़ कम होगी। साथ ही जनरल कोच में सीट पाने के लिए यात्रियों को मशक्कत नहीं करना होगी।

 

ये प्रस्ताव तैयार

पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से दिल्ली, आगरा और वाराणसी के रास्ते प्रयागराज सहित सात वंदे भारत और दो अमृत भारत के अलावा 17 नई एक्सप्रेस ट्रेनों का प्रस्ताव तैयार किया है। इनमें हमसफर एक्सप्रेस की तरह एसी, अमृत भारत जैसी स्लीपर और अंत्योदय की तर्ज पर जनरल ट्रेनें चलाने की योजना है। संभावना है कि जल्द ही गोरखपुर-दिल्ली के बीच स्लीपर वंदे भारत चलने लगेगी।

 

रेलवे अधिकारियों की मानें तो 26 हजार करोड़ रुपये की लागत से 200 स्‍लीपर वंदे भारत ट्रैन तैयार की जाएगी, जिसमें फ्लाई की तर्ज पर सुविधाएं विकसित होगी। साथ ही दो साल में वंदे भारत के 3200 और कोच तैयार करने की भी योजना है।

 

 

यहां तैयार हो रहे कोच

बता दे कि इन कोचों के दम रेलवे विभाग साल 2027 तक आठ कोच वाली 400 से अधिक वंदे भारत ट्रेने तैयार कर लेगा। इस तरह के कोच इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) चेन्नई, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला और माडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली में बनाए जा रहे हैं।