आज बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे तीर्थयात्री, पहलगाम के आधार शिविर से पहला जत्था रवाना
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
तीर्थयात्री 231 वाहनों के काफिले में कश्मीर पहुंचे।
52 दिवसीय तीर्थयात्रा दो मार्गों से शुरू होगी।
नई दिल्ली। Amarnath Yatra: हर हर महादेव के जयकारों के साथ तीर्थयात्री कश्मीर के दो आधार शिविरों तक पहुंच गए हैं। सभी तीर्थयात्री सीआरपीएफ कर्मियों की सुरक्षा में 231 वाहनों के काफिले में कश्मीर पहुंचे हैं। 52 दिवसीय तीर्थयात्रा दो मार्गों से शुरू हुई। पहला अनंतनाग में 48 किमी लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और दूसरा गंदेरबल में 14 किमी बालटाल मार्ग है। यह यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी। आज अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना हो गया है, जो कि 3,880 मीटर ऊंची अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे।
#WATCH | J&K: A large number of pilgrims leave from Nunwan base camp in Pahalgam for Holy Amarnath cave. pic.twitter.com/1IiE9MIx0A
— ANI (@ANI) June 29, 2024
तीर्थयात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
शुक्रवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बेस कैंप में धार्मिक अनुष्ठान किए और तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा की कामना की। उन्होंने कहा, “बाबा अमरनाथ का आशीर्वाद हर किसी के जीवन में शांति, खुशी और समृद्धि लाए।”
फिलहाल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों की पहली प्राथमिकता तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। बता दें कि अमरनाथ बेस कैंप के आसपास त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जम्मू क्षेत्र में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों को देखते हुए अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा और भी बढ़ा दी गई है।
#WATCH | J&K: A large number of pilgrims en route from Baltal to Holy Amarnath cave. pic.twitter.com/u9hdwn7c95
— ANI (@ANI) June 29, 2024
जम्मू के आधार शिविर से रवाना हुए थे तीर्थयात्री
सभी बेस कैंप के बाहर 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है कि अमरनाथ यात्रा में यात्रियों को भोजन, पानी और बिजली सहित सभी सुविधाएं मिलें।
अमरनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। प्रशासन प्रयास कर रहा है कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो। बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था जम्मू के आधार शिविर से रवाना किया गया था।