जबलपुर से रायपुर के लिए सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने की तैयारी, वंदे भारत ट्रेन की मिल सकती है सौगात
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
जयपुर में रेलवे टाइम टेबल कमेटी की बैठक में बनी सहमति
रूट लंबा होने की वजह से ट्रेन रात को जबलपुर से रवाना होकर सुबह रायपुर पहुंचती है
जबलपुर: रेलवे ने लंबी और कम दूरी की ट्रेनों के संचालन, गति और गंतव्य स्टेशन की समीक्षा के बीच संकेत दिए हैं कि जबलपुर से रायपुर के बीच जल्द ही सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाई जा सकती है। जयपुर में रेलवे टाइम टेबल कमेटी की बैठक में इस पर सहमति भी बन गई है। पश्चिम मध्य रेलवे ने अपने तीनों मंडल जबलपुर, भोपाल और कोटा से कम दूरी की ट्रेनों की मांग, उनके संचालन पर मंथन किया।
खासतौर पर उन रूट पर जहां अभी मंडल के मुख्य रेलवे स्टेशन से सीधी ट्रेन नहीं हैं। इस दौरान जबलपुर रेल मंडल ने जबलपुर से रायपुर, प्रयागराज, उज्जैन आदि स्टेशन पर सीधी ट्रेन चलाने का प्रस्ताव पर अमल करने की तैयार हो रही है। इसमें सबसे पहले जबलपुर से रायपुर के बीच गोंदिया होते ही नई ट्रेन चलाई जानी है। संचालन के लिए ट्रैक-स्टेशन और यात्रियों की संख्या पर मंथन हो रहा है। इस दौरान इस रूट पर आ रही तकनीकी खामियों को दूर किया जाएगा।
दरअसल, हाल ही में जयपुर में हुई देशभर के रेलवे जोन की टाइम टेबल समिति में जबलपुर-रायपुर के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर सहमति बनाई जा रही है। संभावना है कि इस रूट पर सेमी हाईस्पीड वंदेभारत ट्रेन चलाई जा सकती है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड और पश्चिम मध्य रेलवे व बिलासपुर रेलवे जोन, दोनों ही प्रयास कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आचार संहिता के बाद इस पर निर्णय हो सकता है।
इसलिए जरूरी है यह ट्रेन
जबलपुर से रायपुर के लिए कटनी होकर दिन में सिर्फ एक ट्रेन अमरकंटक चलती है। रूट लंबा होने की वजह से ट्रेन रात को जबलपुर से रवाना होकर सुबह रायपुर पहुंचती है। पीक सीजन हो या आम दिन, वेटिंग की वजह से ट्रेन में आसानी से आरक्षित सीट नहीं मिलती। हर दिन जबलपुर से लगभग दो हजार यात्री ट्रेन, बस और निजी वाहन से रायपुर के लिए सफर करते हैं। यह है तैयारी सिंगल लाइन होने की वजह से रेलवे सभी पहलुओं पर अध्ययन कर रहा है। संभावित है कि वंदेभारत ट्रेन रायपुर और प्रयागराज या बनारस के बीच चलाई जाए। जबलपुर से उज्जैन और शिर्डी के लिए भी स्पेशल ट्रेन चलाने की संभावना है