काउंटर टिकट बुकिंग की दिक्कत होगी खत्म, 35 साल के बाद रेलवे बदलने जा रहा है ये सिस्टम

 काउंटर टिकट बुकिंग की दिक्कत होगी खत्म, 35 साल के बाद रेलवे बदलने जा रहा है ये सिस्टम

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

-अगस्त से रायपुर स्टेशन में लागू होगा नया पीआरएस सिस्टम

 

रायपुर।: रायपुर रेलवे स्टेशन के रेलवे आरक्षण केंद्र में लगभग 35 साल के बाद बुकिंग सिस्टम में रेलवे प्रशासन ने बदलाव करने जा रहा है। अब तक रेलवे कर्मचारी जिस कंप्यूटर सिस्टम से यात्रियों का टिकट बुक करते हैं, उसमें माउस का उपयोग नहीं किया जाता था, केवल की-बोर्ड की मदद से टिकट बुक करते आ रहे हैं।

अब रेलवे बोर्ड इस सिस्टम में बदलाव करने जा रहा है, जिसमें रेलवे कर्मचारी टिकट बुकिंग के लिए की-बोर्ड के साथ माउस का भी उपयोग करते नजर आएंगे। इसके साथ रेलवे बोर्ड द्वारा अब नेक्स्ट जनरेशन पीआरएस सिस्टम तैयार कराया जा रहा है, जिसका ट्रायल शुरू कराया गया है। इसके लिए जल्द ही नए सर्वर से आरक्षण केंद्र को जोड़ने की तैयारी है। इससे काउंटर टिकट बुकिंग के दौरान आने वाली तकनीकी दिक्कत खत्म होगी।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम क्रिस द्वारा तैयार किए गए नए सिस्टम में आरक्षण से लेकर टिकट रद करने, टिकट में बदलाव करने के अलग-अलग विकल्प मौजूद रहेंगे। वेबसाइट की तर्ज पर यह तैयार कराया गया है, जिसमें टिकट आरक्षित करने की प्रक्रिया में तेजी आएगी। इस नए सिस्टम को अगस्त से लागू करने की पूरी तैयारी की जा रही है। इसके लिए बुकिंग कर्मियों को दिल्ली में प्रशिक्षण दिलाने का काम किया जा रहा है।

 

दिल्ली से जुड़ा रहेगा सर्वर

 

इस नए सिस्टम का सर्वर सीधे दिल्ली स्थित क्रिस के सर्वर से जुड़ा रहेगा। वर्तमान में रायपुर रेलवे स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र में लगे हुए कंप्यूटर का सर्वर रेलवे के सिग्नलिंग एंड टेलीकम्यूनिकेशन, एसएंडटी विभाग में लगे सर्वर से रहता है। कई बार जब इस सर्वर में खराबी आ जाती है, तो स्थानीय स्तर पर आरक्षण का काम ठप हो जाता है।जबकि नया पीआरएस सिस्टम सीधे दिल्ली से जुड़ा होगा और स्थानीय स्तर पर किसी तरह की तकनीकी खराबी के कारण काम बाधित नहीं होगा।दिल्ली में यदि सर्वर में कोई समस्या होती है, तभी आरक्षण का काम रुकेगा।

यात्री न लौटे इसलिए नया पीआरएस सिस्टम

नया पीआरएस सिस्टम लाने के पीछे मुख्य कारण यह भी है कि रेलवे नहीं चाहता कि काउंटर से बिना टिकट खरीदे यात्री लौटें।कई बार इंटरनेट की गति धीमी होने की स्थिति में टिकट बुकिंग में दिक्कत आती है, इसीलिए कई यात्री आरक्षण केंद्र से बिना टिकट लिए लौटने को विवश हो जाते हैं। रेलवे की कोशिश है कि टिकट बुकिंग को पूरी तरह से आनलाइन कर दिया जाए, ताकि लोग घर बैठे ही टिकट बुकिंग कर सकें।आइआरसीटीसी के मोबाइल एप और वेबसाइट के जरिए इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है।

वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह ने कहा, रेलवे अब टिकटों के आरक्षण कार्य के लिए नया पीआरएस सिस्टम तैयार कर सर्वर को बढ़ाने का काम कर रहा है। नए सर्वर से काम में तेजी आने से यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा।