अब महिलाओं को नहीं होगा HIV इंफेक्शन होने का खतरा ! आ गई AIDS से बचाने की दवा, कीमत भी बेहद कम
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
Prime c 24 न्यूज़ ,,इस इंजेक्शन की मदद से महिलाओं को एचआईवी के संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी.आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने दक्षिण अफ्रीका और युगांडा में महिलाओं पर इस इंजेक्शन का ट्रायल किया गया जो 100 फीसदी सफल रहा.
हाल ही में कराई गई एक स्टडी में कहा गया है कि महिलाओं को जानलेवा AIDS यानी HIV इंफेक्शन से बचाने के लिए साल में दो बार दिया जाने वाला इंजेक्शन अपने ट्रायल में 100 फीसदी सक्सेसफुल रहा है. यानी अब एचआईवी इंफेक्शन को इंजेक्शन के जरिए रोका जा सकेगा.
वैज्ञानिकों ने कहा कि साल में दो बार लगाए जाने वाले इस इंजेक्शन की मदद से महिलाओं को एचआईवी के संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने दक्षिण अफ्रीका और युगांडा में महिलाओं और किशोरियों के ऊपर इस इंजेक्शन का ट्रायल किया गया था जो 100 फीसदी सफल रहा.
HIV इन्फेक्शन को रोकने में 100 फीसदी असरदार है दवा
साउथ अफ्रीका और युगांडा में 5 हजार से ज्यादा महिलाओं के ऊपर इस इंजेक्शन का ट्रायल किया गया था, जो बेहद सफल रहा.न्यू इंग्लैंड जर्नल में पब्लिश एक रिपोर्ट में इस दवा को बनाने वाली अमेरिकी कंपनी गिलियड ने कहा है कि दवा का नाम लेनाकापाविर (lenacapavir) है और ये अपने तीसरे ट्रायल में पूरी तरह सफल साबित हुई है.
कंपनी ने कहा है कि वो HIV की इस दवा के इस्तेमाल की परमिशन लेने से पहले पुरुषों पर हुए ट्रायल के परिणाम का इंतजार कर रही है. आपको बता दें कि दवा की सफलता मापने के लिए हुई स्टडी में करीब पांच हजार एचआईवी निगेटिव महिलाओं पर अध्ययन किया गया था. इस दवा के सेवन के बाद इनमें से एक भी महिला एचआईवी का शिकार नहीं हुई.
26 हफ्ते तक चली रिसर्च में ये आया सामने
26 हफ्तों तक चली इस रिसर्च में लेनाकापाविर की डोज लेने वाली एक भी महिला को इंफेक्शन नहीं हुआ जबकि दूसरे ग्रुप में, जिसमें महिलाओं को ये दवा नहीं दी गई थी, इंफेक्शन के केस सामने आए. इससे पहले एक अन्य स्टडी में महिलाओं के एक समूह को एचआईवी से बचाने वाली बचाव की गोलियां भी दी गई थीं, लेकिन इन गोलियों के सेवन के बावजूद 2% औरतें HIV का शिकार बन गईं. हालांकि अभी इस दवा को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की मंजूरी नहीं मिली है लेकिन माना जा रहा है कि इसे जल्द मंजूरी मिलेगी और इसके जरिए एचआईवी इंफेक्शन को रोका जा सकेगा.
दवा की कीमत भी है बेहद कम
लेनाकापाविर दवा का खर्च भी बेहद कम रखा जा रहा है. कंपनी का कहना है कि जल्द ही नई दवा की कीमत को महज चालीस डॉलर (3350 रुपए) तक लाने का टारगेट रखा गया है. इस वक्त लेनाकापाविर (Lenacapavir) की डोज का खर्चा करीब 35 लाख रुपए है जो आम जनता के लिए काफी ज्यादा है.
कहा जा रहा है कि अगर ये दवा मंजूर हो जाती है तो बेहद कम कीमत पर महिलाएं एचआईवी के इंफेक्शन से बच सकेंगी. इस दवा को पुरुषों पर भी ट्रायल किया जा रहा है और अगर ये रिजल्ट भी सफल होता है तो दुनिया एड्स और एचआईवी की चपेट से बच सकेगी.
खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.