केंद्रीय जेल के सामने बना पांच मंजिला मकान का टूटना तय, तीन दिन का मिला समय

 केंद्रीय जेल के सामने बना पांच मंजिला मकान का टूटना तय, तीन दिन का मिला समय

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

समय अवधि के बाद निगम की टीम निर्माण तोड़ने की कार्रवाई करेगी।

 

 

केंद्रीय जेल के सामने बना पांच मंजिला मकान का टूटना तय, तीन दिन का मिला समय

निगम से बिना अनुमति व नियमितिकरण नहीं होने के बाद भी बनाया गया मकान

नगर निगम और टीएनसी की टीम ने किया नापजोख

 

 

 

बिलासपुर। सेंट्रल जेल के बाजू नाले पर बनी एप्रोच सड़क से लगे जमीन पर नियम विरुद्ध बनाए गए पांच मंजिला मकान का रविवार का नापजोख किया गया है। नापजोख व कागजात से यह तय हो चुका है कि यह मकान बिना अनुमति के बनाई गई है। मापजोख करने वाली टीम में नगर निगम और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की टीम शामिल रही है। जिन्होंने निर्माणकर्ता को तीन दिन के भीतर पांच मंजिला मकान को जेल की बाउंड्रीवाल से नीचे तक तोड़ने के निर्देश दिए है। समय अवधि के बाद निगम की टीम निर्माण तोड़ने की कार्रवाई करेगी।

 

नगर निगम ने केंद्रीय जेल से सटे नाले में एप्रोच सड़क की सुविधा दी है। इसके पीछे राजेंद्र नगर का क्षेत्र आता है। जहां पर आवासीय मकान भी है, जहां कुछ मकान पहले भी बन चुके थे। इनका नियमितिकरण भी नहीं हुआ था। ऐसा ही एक भूखंड सैयद रज्जाक पिता सैयद रमजान का रहा। जिसका नियमितिकरण भी नहीं हुआ था, वहीं मकान बनाने की अनुमति भी इनके द्वारा नहीं ली गई और देखते ही पांच मंजिला मकान बना दिया गया। इसमें मकान का दो मंजिल और छत से केंद्रीय जेल का परिसर आसानी से दिखने लगा। जो ही बेहद संवेदनशील है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल अधीक्षक ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन के साथ ही नगर निगम से किया और मकान तोड़वाने की बात कही। मामला सामने आने पर निगम और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की टीम सक्रिय हो गया। जांच में मकान के नियम विरुद्ध बनने की पुष्टि हो गई है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर रविवार को मकान का नापजोख किया गया है। जो मकान निर्माण नियम विरुद्ध पाया गया। ऐसे में निगम ने तत्काल नोटिस थमाकर तीन दिन के भीतर निर्माण तोड़ने के निर्देश दिए है। इसके बाद निगम को कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

 

आसपास भी बनाए गए हैं नियम विरुद्ध कई मकान

 

जानकारी के मुताबिक नाले पर एप्रोच रोड बनने के बाद नाले के बाद बची जमीन पर लगातार मकान बनाए गए हैं। हालांकि ये मकान जेल की सुरक्षा को बाधित नहीं कर रहे है। लेकिन इनके अवैध व नियम विरुद्ध बनाए जाने की प्रबल आशंका है। इसके बाद भी नगर निगम इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे

केंद्रीय जेल के बाजू में पांच मंजिला मकान तैयार कर लिया गया है। जिससे जेल की सुरक्षा ताक पर आ गई है। इसके देखते हुए रविवार का मकान का नापजोख किया गया है। मकानों को तीन दिन के भीतर तोड़ने के निर्देश दिए गए हैं अन्यथा निगम को कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

 

जुगल किशोर सिंह, प्रभारी, भवन शाखा