अब कबीर धर्म नगर के नाम से जाना जाएगा दामाखेड़ा, CM साय ने कबीर संत समागम में की घोषणा
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
दामाखेड़ा में संत समागम माघ मेले का शुभारंभ, 23 फरवरी तक होगा
कबीर संत समागम माघ मेले में पहुंचे कबीरपंथी
1905 से प्रारंभ हुआ कबीर संत समागम माघ मेले का आयोजन
बलौदाबाजार। माघ पूर्णिमा के अवसर पर बलौदाबाजार के दामाखेड़ा में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध सतगुरू कबीर संत समागम दामाखेड़ा मेला में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री साय ने माघ मेला में दामाखेड़ा का नाम कबीर धर्म नगर दामाखेड़ा करने की घोषणा की।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का दामाखेड़ा हेलीपैड पर हुआ आत्मीय स्वागत
बलौदाबाजार जिले के सिमगा विकासखंड अंर्तगत दामाखेड़ा में माघपूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध सतगुरू कबीर संत समागम, दामाखेड़ा मेला में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का हेलीपैड में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
हेलीपैड पर अतिथियों का पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, आइजी अमरेश कुमार मिश्रा, कलेक्टर चंदन कुमार, एसएसपी सदानंद कुमार सहित बड़ी संख्या में पहुंचे जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने गुलदस्ता भेंटकर आत्मीय स्वागत किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज भी उपस्थित रहे।
कबीर संत समागम माघ मेले में पहुंचे कबीरपंथी
सदगुरु कबीर संत समागम माघ मेले में दूर-दूर से पहुंचे हजारों कबीर पंथियों के बीच जैसे ही पंथ प्रकाशमुनि नाम साहेब और नवोदित वंषाचार्य उदित मुनि नाम साहब के सभा स्थल पहुंचे तो दामाखेड़ा में साहेब बंदगी साहेब का जय घोष गूंज उठे। कबीर संत समागम माघ मेले में प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी हजारों की संख्या में कबीरपंथी पंथ प्रकाश मुनि नाम साहब के दर्शन और प्रवचन का लाभ लेने पहुंचे हैं।
वहीं भाटापारा के क्षेत्रीय विधायक इंद्र साव ने भी संत समागम मेले में पहुंचकर पंथ प्रकाशमुनि नाम साहब नवोदित वंषाचार्य उदितमुनि नाम साहब से आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रकाश मुनि नाम साहेब ने प्रथम दिवस के प्रवचन में हजारों कबीर पंथियों का साहेब बंदगी साहेब के अभिवादन करते हुए कहा कि जैसे आप लोगों को साल भर इंतजार होता है कि कब हम अपने सद्गुरु संत समागम माघ मेले में पहुंचे। वैसे ही मुझे भी आप जैसे साहब के नेमी प्रेमी लोगों का इंतजार रहता है।
1905 से प्रारंभ हुआ कबीर संत समागम माघ मेले का आयोजन
उन्होंने आगे कहा कि इस सद्गुरु कबीर संत समागम माघ मेले का आयोजन 1905 से प्रारंभ हुआ है। जो अब तक निरतंर जारी है। 120 वर्षो से लगातार कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में सद्गुरु कबीर साहेब का दरबार लग रहा है। जहां आप जैसे साहब के नेमी प्रेमी बंधु गण संत समागम जैसे सागर में डुबकी लगाने पहुंचे रहे है। आज संत समागम माघ मेले का विधिवत शुभारंभ हो रहा है, जो 23 फरवरी तक चलेगा।
कबीर संत समागम माघ मेले के कारण पूरे दामाखेड़ा को विद्युत साज सज्जा से दुल्हन की तरह सजाया गया है। जगह जगह स्वागत द्वार बनाए गए है। जिससे पूरा दामाखेड़ा दुधिया रौशनी से जगमगा रहा है। वहीं मेले में आए हजारों कबीर पंथियों के लिए रहने व भोजन प्रसादी की व्यवस्था किया गया है।
सद्गुरु संत समागम माघ मेले में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से उग्र मुनि नाम साहेब प्राथमिक शाला में अस्थाई चौकी बनाया गया है। जहां सिमगा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी यातायात डी एस पी अमृत कुजूर जिला पुलिस बल के अधिकारी कर्मचारी मेले में डटे हुए ।