प्राचीन शिवरीनारायण मेले की तैयारी शुरू, भगवान जगन्नाथ से जुड़ा है इसका इतिहास
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
जांजगीर। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े और प्राचीन शिवरीनारायण मेले की तैयारी शुरू हो गई है. 24 फरवरी माघी पूर्णिमा से शुरू होने वाले 15 दिवसीय मेले को लेकर मनोरंजन के साधन मौत कुआं, झूला और दुकानें लगनी शुरू हो गई है। दूसरी ओर, माघी पूर्णिमा को महानदी के त्रिवेणी संगम में गंगा आरती भी होगी। इसे लेकर भी तैयारी शुरू हो गई है। बता दें कि, शिवरीनारायण को पुरी के भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान कहा जाता है।
ऐसी मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन पुरी के भगवान जगन्नाथ, शिवरीनारायण के मंदिर में विराजते हैं। यही वजह है कि ओडिशा के अलावा देश-दुनिया से भगवान के दर्शन के लिए लोग पहुंचते हैं और त्रिवेणी संगम में स्नान कर भगवान के दर्शन करते हैं। फिर छत्तीसगढ़ के सबसे प्राचीन शिवरीनारायण मेला का आनन्द उठाते हैं। वहीं 15 दिनों के शिवरीनारायण मेला का समापन महाशिवरात्रि के दिन होता है।