पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्थन,एनसीसी कैडेटों ने मनाया विश्व पृथ्वी दिवस

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्थन,एनसीसी कैडेटों ने मनाया विश्व पृथ्वी दिवस
दुर्ग भिलाई नगर।पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्थन प्रदर्शित करने के लिए 22 अप्रैल को विश्व स्तर पर पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इसी उद्देश्य की प्राप्ति हेतु कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ने सर्वप्रथम एनसीसी कैडेटों को इसकी स्थापना, दिवस के उद्देश्य, महत्वपूर्ण कार्य की रूपरेखा आदि की जानकारी दी । इसके पश्चात कैडेट महाविद्यालय की विभिन्न कक्षाओं में जा जा कर इस हेतु व्याख्यान के माध्यम से जागरूकता लाने की कोशिश की। कैडेट हेमालती पटेल ने बताया कि इसकी स्थापना सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी जिन्हें पृथ्वी दिवस के जनक के रूप में भी जाना जाता है। पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल, 1970 को मनाया गया था । 55 साल बाद, हम अपने प्राकृतिक पर्यावरण पर मानव सभ्यता के हानिकारक प्रभाव के बारे में बहुत कुछ जानते हैं।
इसके पश्चात सार्जेंट सोमदत्त ने कहा कि पृथ्वी दिवस 2024 का विषय था “हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें”, जो हमारे ग्रह को हुए नुकसान की भरपाई करने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की पहल पर केंद्रित है। इस वर्ष 2025 को पृथ्वी दिवस कार्यक्रम की थीम ‘हमारी धरती, हमारी शक्ति’ रखी गई, जो इस वर्ष के पृथ्वी दिवस की आधिकारिक थीम भी है। इससे नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देकर सन 2030 तक इसकी क्षमता को विश्व स्तर पर तीन गुना करना है। कैडेट प्रेम दिल्लीवार ने सामान्य दिनचर्या के दौरान हम सजग रहकर कैसे धरती को स्वच्छ व सुरक्षित रख सकते हैं इसके बहुत से उदाहरण के माध्यम से अपनी बातों को समझाया।
कैडेट पुष्पेंद्र ने छात्र – छात्राओं को आव्हान किया कि माननीय नरेन्द्र मोदी जी के मुख्य विजन “2047 में विकसित भारत” के लक्ष्य को हम स्वच्छ व स्वस्थ धरती से जोड़कर अपना कौशल विकास कर आत्मनिर्भर बनें और स्वच्छ जल, वायु व मिट्टी की दिशा में शोध कार्य को महत्व दें।
उक्त सभी कार्यक्रम का संचालन 37 छग बटालियन एनसीसी दुर्ग के कमान अधिकारी के निर्देशानुसार व प्राचार्य डॉ० विनय शर्मा के सतत् प्रेरणा से एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने किया। 300 से अधिक छात्र छात्राओं को इस हेतु जागरूक किया गया जिसमें मुख्य रूप से कैडेट सचिन कुमार साहू, हरीश मोटघरे, हंसराज , रोमन लाल शिवम साहू , मोहित कुमार निर्मलकर, मुकुल ठाकुर, जय प्रकाश साहू ,गुलशन कुमार ,केतन गणेश व उत्तम कुमार ने सक्रिय योगदान दिया।
डाॅ० शिप्रा सिन्हा, पंकज जैन, नुसरत खान, डॉ० कल्पना, डॉ० निशा, जितेंद्र सिंह, दीपाली किंग रानी, मनमीता, गजेन्द्र सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने कैडेटों के इस प्रयास की प्रशंसा की